सोशल संवाद / डेस्क : बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता मुकुल देव अब हमारे बीच नहीं रहे। 54 वर्ष की आयु में उन्होंने दिल्ली में अंतिम सांस ली। वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और आईसीयू में भर्ती थे। हालांकि उनके निधन का सटीक कारण अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।
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फिल्मी सफर की शुरुआत
मुकुल देव ने अपने करियर की शुरुआत 1996 में तनुजा चंद्रा के टेलीविज़न शो ‘मुमकिन’ से की थी। यहीं पर उन्हें महेश भट्ट ने देखा और उन्हें सुष्मिता सेन और शरद कपूर के साथ साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म ‘दस्तक’ में कास्ट किया। इस फिल्म से मुकुल देव ने बॉलीवुड में कदम रखा और उनके अभिनय को काफी सराहा गया।
मुकुल देव ने न सिर्फ हिंदी फिल्मों में बल्कि पंजाबी, बंगाली, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगु सिनेमा में भी काम किया। ‘सन ऑफ सरदार’, ‘आर… राजकुमार’, ‘जय हो’, ‘यमला पगला दीवाना’, ‘कोहराम’, ‘वजूद’, ‘इत्तेफाक’ जैसी फिल्मों में उनके किरदारों को याद किया जाता है। इसके अलावा उन्होंने टीवी सीरियल्स, वेब सीरीज और म्यूजिक वीडियोज़ में भी अहम भूमिका निभाई।
निजी जीवन और संघर्ष
खबरों के मुताबिक, अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद मुकुल काफी अकेले और गुमसुम रहने लगे थे। उन्होंने समाज से दूरी बना ली थी और सार्वजनिक जीवन में कम दिखाई देने लगे थे। पिछले कुछ दिनों से वे बीमार चल रहे थे और अस्पताल में भर्ती थे।
अंतिम विदाई
मुकुल देव के छोटे भाई, अभिनेता राहुल देव ने उनके निधन की पुष्टि की और बताया कि 24 मई की शाम 5 बजे दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्हें आखिरी बार फिल्म ‘अंत द एंड’ में देखा गया था।
फिल्म इंडस्ट्री में उनके निधन से शोक की लहर दौड़ गई है। कई कलाकारों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। अभिनेता मनोज बाजपेयी ने कहा, “मुकुल आत्मा से मेरे भाई थे। उनके जैसा जुनूनी कलाकार बहुत कम देखने को मिलता है।” मुकुल देव की बहुआयामी प्रतिभा और समर्पित अभिनय हमेशा दर्शकों के दिलों में जीवित रहेंगे। हिंदी सिनेमा ने एक संवेदनशील और प्रतिभाशाली अभिनेता खो दिया है।