सोशल संवाद / जमशेदपुर : टाटा मोटर्स अस्पताल की संस्था टाटा मोटर्स मेडिकल सोसाईटी के स्वर्ण जयंती के अवसर पर कार्यक्रमों के श्रृंखला के कड़ी में पहले दिन गुरुवार को टेल्को स्थित लिटिल फ्लावर स्कूल के सभागार में स्वस्थ्य जीवन शैली पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि टाटा मोटर्स के जमशेपुर प्लांट के हेड रविंद्र कुलकर्णी ने दीप प्रज्वलित कर किया. मौके पर उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है. उन्होंने कहा कि जीवन शैली बिमारियों से बचने व स्वस्थ्य रहने के लिए योगा, प्राणायाम, जीम करने के साथ ही खानपान पर भी ध्यान देना होगा. अपने फूड हैविट को ठीक करना होगा. समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच कराते रहना होगा.
विशिष्ट अतिथि टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह व महामंत्री आरके सिंह ने कर्मचारियों के स्वास्थ्य देखभाल के लिए टाटा मोटर्स अस्पताल की उतम व्यवस्था व चिकित्सकों को सराहा. कार्यक्रम का संचालन नेत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजेन वर्मा ने किया. कार्यक्रम के दौरान सन 1969 में स्थापित टाटा मोटर्स अस्पताल के इतिहास को समेटे एक लघु वृतचित्र दिखायी गयी.
स्मोकिंग व शराब सेवन से 40 प्रतिशत बढ़ जाता है स्वास्थ्य खतरा
उदघाटन समारोह के बाद जीवन शैली बिमारियों पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया. इसमें इसमें अस्पताल के प्रमुख डॉ संजय कुमार ने कहा कि बदलते दौर में लोगों में मधुमेह, रक्तचाप, मोटापा, स्ट्रोक, कैंसर आदि बिमारियां बढ़ रही है. जागरुकता व खानपान में बदलाव कर स्वस्थ्य रह सकते हैं. डॉ आरके ठाकुर ने कहा कि कुछ बिमारियां अनुवांशिक होती है. स्मोकिंग, शराब सेवन से इन बिमारियों के प्रति 40 प्रतिशत खतरा बढ़ जाता है. डायट व व्यायाम से इस पर रोक लगायी जा सकती है. मेडीसीन चीफ डॉ संजय लाल श्रीवास्तव ने कहा कि संतुलति आहार लेने पर जोर दिया.
टीएमएच के मुख्य हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ मंदार साह ने कहा कि छाति भारी लगने, सांस फूलने आदि लक्षण को गंभीरता से ले. सर्जन डॉ अरुणिमा वर्मा ने कहा कि अस्पताल में स्क्रीनिंग की जाती है. समय रहते स्क्रीनिंग कराने से कैंसर रोग से बचा जा सकता है. परिचर्चा का संचालन बाल रोग विशेषज्ञ डॉ राजीव शरण ने किया. इस मौके पर मुख्य रुप से डॉ शलभ रस्तोगी, डॉ संतोष कुमार, डॉ अमिताभ प्रिया, डॉ पवन कुमार, अस्पताल एडमिन पार्थो मुखोपाध्याय, एडमिन हेड वीएन सिंह समेत अस्पताल के कई चिकित्सक, नर्स, यूनियन पदाधिकारी आदि मौजूद थे.