---Advertisement---

Mohammed Shami की एक बात से भड़के गौतम गंभीर, टीम इंडिया में वापसी की राह हुई बंद

By Aditi Pandey

Published :

Follow
Gautam Gambhir angry at Mohammed Shami

Join WhatsApp

Join Now

सोशल संवाद/डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज Mohammed Shami का करियर अब ढलान पर नजर आ रहा है। कभी अपनी तेज रफ्तार और सटीक गेंदबाजी से मैच पलट देने वाले शमी अब चयनकर्ताओं की योजनाओं से लगभग बाहर हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, हेड कोच गौतम गंभीर और चयन समिति के बीच शमी को लेकर मतभेद भी उभर आए हैं।

यह भी पढ़ें: 20 साल के Samrat Rana बने वर्ल्ड चैंपियन, भारत को एयर पिस्टल में पहला गोल्ड

Mohammed Shami फिलहाल रणजी ट्रॉफी में बंगाल की ओर से खेल रहे हैं, लेकिन उनकी गेंदबाजी में पुरानी धार अब नहीं दिख रही। जहां पहले उनकी रफ्तार 140 किमी प्रति घंटे से ऊपर रहती थी, वहीं अब उनकी औसत गति 130 किमी/घंटा के करीब रह गई है। इसके अलावा वे लंबे स्पेल फेंकने में भी संघर्ष कर रहे हैं। यही कारण है कि चयनकर्ता उनकी फिटनेस और रिकवरी को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं।

सूत्रों के अनुसार, चयन समिति ने शमी को इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया ए मैच में खेलने का प्रस्ताव दिया था ताकि उनकी फिटनेस की जांच की जा सके, लेकिन शमी ने खुद को चयन के लिए अनुपलब्ध बताया। बताया जा रहा है कि इस जवाब से हेड कोच गौतम गंभीर नाराज़ हैं और उन्होंने अब टीम में नए चेहरों पर भरोसा जताने का फैसला किया है।

Mohammed Shami की फिटनेस समस्याएं 2023 वर्ल्ड कप के बाद और बढ़ीं जब उनकी एड़ी की सर्जरी हुई थी। लंबे आराम के बाद वह मैदान पर लौटे तो रफ्तार और लय दोनों में कमी साफ दिखी। चयनकर्ता अब प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप जैसे युवा तेज गेंदबाजों पर भरोसा कर रहे हैं, जो हाल के मैचों में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं।

वनडे में भी शमी का भविष्य अनिश्चित दिख रहा है। अगले वर्ल्ड कप में दो साल का समय बाकी है, लेकिन 37 साल के शमी के लिए वहां तक पहुंचना मुश्किल माना जा रहा है। लगातार चोटें, बढ़ती उम्र और सीमित प्रदर्शन के कारण अब उनका ध्यान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बजाय आईपीएल 2026 में अच्छा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने पर है।

बीसीसीआई सूत्रों का कहना है कि चयनकर्ताओं का उनसे संवाद जारी है और उनकी फिटनेस रिपोर्ट पर नजर रखी जा रही है, लेकिन वर्तमान योजनाओं में शमी अब प्राथमिक विकल्प नहीं हैं। कभी टीम इंडिया की बॉलिंग स्पीड का पर्याय रहे मोहम्मद शमी अब अपने करियर के आखिरी मोड़ पर खड़े हैं। उनका अनुभव भले ही बेशकीमती हो, लेकिन शरीर और समय अब उनके सबसे बड़े विरोधी बन चुके हैं।

YouTube Join Now
Facebook Join Now
Social Samvad MagazineJoin Now
---Advertisement---

Exit mobile version