सोशल संवाद / डेस्क : बरसात के दिनों में फूड पॉइजनिंग के मामले काफी बढ़ जाते हैं. छोटे बच्चे हो या बड़े किसी भी उम्र के लोगों को फूड पॉइजनिंग की समस्या हो सकती है लेकिन कुछ उपाय से हम बच सकते है तो चलिए आज हम इसके के बारे में जानते है
बच्चों में फूड पॉइजनिंग होने में शरीर में बहुत जल्दी पानी की कमी हो जाती है. उनकी स्किन ढीली दिखने लगती है और आंखें थक जाती है.
बच्चा काफी देर तक सोने वाली स्थिति में रहता है और उसकी चेतना कम हो जाती है.
बच्चों के इलाज के लिए आरंभिक अवस्था में उन्हें जीवन रक्षक घोल पिलाना काफी लाभदायक होता है. एक गिलास पानी में एक बड़ा चम्मच का पाउडर मिलाकर घोल बना लेना चाहिए और उसको बार-बार पिलाना चाहिए.. इसके अलावा मरीज को नारियल का पानी, छाछ, पतली दाल, ठंडा तरल पदार्थ भी पिलाते रहे. फूड पॉइजनिंग के अधिकांश मामले गंभीर नहीं होते हैं और अपने आप कम हो जाते हैं. लेकिन लक्षणों में सुधार नहीं हो रहा हो तो जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए.