सोशल संवाद / डेस्क : पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन के वरिष्ठ सदस्य सह प्रदेश प्रवक्ता कमल किशोर अग्रवाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का सम्मान करता हूँ किंतु उनकी कार्यप्रणाली का पूर्ण विरोध करता हूँ. अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के संविधान के अनुसार जिला कमिटी के गठन में राष्ट्रीय कार्यालय का कोई रोल नहीं है. राष्ट्रीय महामंत्री ने मनोनयन की जो कारवाई की है, वह लोकतान्त्रिक एवं न्यायोचित नहीं है. जबसे झारखंड प्रादेशिक अग्रवाल सम्मेलन की इकाई का गठन हुआ है, तब से लेकर आज तक स्व. प्रेम नारायण गर्ग जमशेदपुर, राजकुमार केडिया रांची, प्रेम कटारुका रांची, बसंत मित्तल रामगढ़ और प्रभाकर अग्रवाल रांची प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. किसी की भी प्रदेश कार्यसमिति में सुशील अग्रवाल कभी सदस्य में नहीं रहे.
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जिला सम्मेलन में पिछले तेरह वर्षों से दीपक भालोटिया, संतोष अग्रवाल एवं संदीप मुरारका जिलाध्यक्ष रहे हैं. इन तीनों के कार्यकाल में भी सुशील अग्रवाल कभी जिला कार्यसमिति में नहीं रहे. समाज में एक और समकक्ष संस्था मारवाड़ी सम्मेलन है. जिसके जिला और प्रादेशिक कमिटी में भी सुशील अग्रवाल कभी कार्यसमिति सदस्य या पदाधिकारी नहीं रहे. मेरी जानकारी के अनुसार सुशील अग्रवाल बिल्कुल नए सदस्य हैं.
ऐसा प्रतीत होता है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने स्थानीय रिश्तेदारों के बहकावे में आकर गलत अनुशंसा कर दी. उन्हें सुशील अग्रवाल को लेकर दिग्भ्रमित कर दिया गया. जबकि सुशील अग्रवाल ना कभी समाज में सक्रिय रहे हैं और आज तक ना ही किसी कार्यक्रम में उनकी कोई भूमिका रही है. राष्ट्रीय महामंत्री द्वारा जिलाध्यक्ष का मनोनयन करना पूर्णतः गलत है. एक सदस्य के नाते मैं इस निर्णय का पुरजोर प्रतिकार करता हूँ.