सोशल संवाद / जमशेदपुर : मानवाधिकार कार्यकर्ता व जमशेदपुर के लोगों को तीसरा संवैधानिक वोट का अधिकार दिलाने के लिए पिछले 40 वर्षों से सुप्रीम कोर्ट में लड़ने वाले जवाहरलाल शर्मा ने पुरस्कार मिलने पर खुशी के साथ-साथ घोर आश्चर्य भी व्यक्त किया है। खुशी इसलिए कि चलो चाहे जैसे भी हो जमशेदपुर को कोई पुरस्कार तो मिला ओर घोर आश्चर्य इसलिए कि जे. एन .ए. सी जैसी असंवैधानिक संस्था को जिसके पास ना तो कोई बड़ा फंड है और ना ही मैन पावर है।

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सबसे बड़ी बात यह है कि इसके पास ना तो कोई विशेष योग्यता या क्षमता है। ऐसे में जे एन ए सी को तीसरा पुरस्कार मिल जाना बहुत आश्चर्य से कम नहीं है। मैं तो सरकार से आग्रह करता हूं कि जे एन ए सी की वजह से अगर तीसरा पुरस्कार मिल सकता है तो क्यों ना इसे नगर निगम में परिवर्तित कर दिया जाए । जैसा 1989 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले में जे एन ए सी के स्थान पर पर नगर निगम बनाने का आदेश पारित है। जिसका सरकार ने अभी तक पालन नहीं किया है अगर सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कर दे तो तो जमशेदपुर एक दो साल में इंदौर को हराकर स्वच्छता में देश का नंबर वन शहर बन जाएगा।
अतः जमशेदपुर के लोगों के हित में झारखंड सरकार जमशेदपुर को नगर निगम घोषित करे।टाटा स्टील तीसरा पुरस्कार मिलने से जे.एन.ए.सी के साथ मिलकर खुशियां मना रही है ऐसे में नगर निगम बनने पर एक या दो साल के बाद इन्दौर को हराकर नंबर एक शहर बनने पर टाटा स्टील को भी बहुत खुशी होगी।








