सोशल संवाद/ डेस्क: अगर आपको वाइल्ड लाइफ पसंद है और आप इसे अनुभव करना चाहते हैं अनुभव तों दलमा वन्यजीव अभयारण्य आपके लिए आपका पसंदीदा स्थान बन सकता है। यह झारखंड जमशेदपुर से सटे दलमा वन्यजीव अभयारण्य को बड़ी संख्या में जंगली भारतीय हाथियों का घर माना जाता है। दलमा वन्यजीव अभ्यारण्य समुद्र तल से 3,000 फीट ऊपर दलमा पर्वत श्रृंखला के घने जंगलों वाले ढलानों में फैला हुआ है। जमशेदपुर के पास स्थित यह अभयारण्य झारखंड का एक शीर्ष पर्यटन स्थल है।
इस वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में आप लाल गिलहरी, जंगली मुर्गी, जंगली सुअर, कोटरा, हिरण, लकड़बग्घा, भालू, लंगूर और हाथी प्रमुखता से देख सकते हैं। यह सेंचुरी करीब 195 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैली हुई है। इस सेंचुरी को शिकारियों से बचाने के लिए यहां आनेवाले लोगों को कई टोल-नाका से होकर गुजरना पड़ता है।
अगर आप दलमा वन्य जीव अभ्यारण में घूमना चाहते हैं तो यहां पर घूमने के लिए आपको एक गाइड की आवश्यकता जरूर होगी। बिना गाइड के आप जंगल के अधिक अंदर तक नहीं जा सकते क्योंकि यहां पर खतरनाक जीव जंतु रहते हैं और आपको नुकसान भी पहुंचा सकते हैं. इसलिए आपको यहां पर जाने से पहले अपनी सेफ्टी का पूरा प्रबंधन कर लेना चाहिए।
दलमा जंगली भारतीय हाथियों का आश्रय है। भारतीय हाथी एशियाई हाथी की एक उप-प्रजाति है। दलमा पर्वतमाला की तलहटी में कई छोटे-छोटे गांव हैं, जो अक्सर हाथियों की भगदड़ का शिकार हो जाते हैं। मानसून और सर्दियों के महीनों के दौरान, विशाल हाथी अक्सर अभयारण्य से भाग जाते हैं और आसपास के गांवों में प्रवेश करते हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि सिर्फ लवजोरा ही ऐसा गांव है जहां हाथी कभी नहीं जाते। बताया जाता है कि अभी तक इस गांव में हाथियों के भगदड़ की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है।
अगर आप दलमा वन्य जीव अभ्यारण के आसपास रुकने की जगह देख रहे हैं, तो जमशेदपुर शहर में आप रुक सकते हैं, यहां से जमशेदपुर शहर केवल 10 किलोमीटर की दूरी पर है, आप जमशेदपुर शहर में रुकने के लिए एक अच्छा होटल ले सकते हैं, यहां पर आपको बहुत से फाइव स्टार होटल भी मिल जाएंगे, अगर यहां पर आप एक साधारण होटल लेना चाहते हैं, तो आपको 500 से 1000 रुपए एक रात के खर्च में आसानी से एक होटल मिल जाएगा।