सोशल संवाद/डेस्क: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) कानपुर ने शिक्षा मंत्रालय की प्रमुख पहल ‘साथी’ (Self-Assessment Test and Help for Entrance Exams) के तहत जेईई मेन 2026 की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक 40-दिवसीय निःशुल्क ऑनलाइन क्रैश कोर्स शुरू किया है। इस कोर्स की शुरुआत 1 नवंबर 2025 से होगी। इसका उद्देश्य छात्रों की कॉन्सेप्चुअल अंडरस्टैंडिंग को मजबूत करना और प्रतियोगी परीक्षाओं में उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाना है।

यह भी पढ़ें: CBSE ने जारी की 10वीं-12वीं की डेटशीट, 17 फरवरी से शुरू होंगी परीक्षाएं, जानें पूरा शेड्यूल
क्या है इस कोर्स की खासियत?
आईआईटी कानपुर द्वारा डिजाइन किए गए इस क्रैश कोर्स में IITian विशेषज्ञों के लाइव और रिकॉर्डेड इंटरएक्टिव सेशंस शामिल होंगे। इन सेशंस में जेईई मेन के तीनों प्रमुख विषय फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स को विस्तार से कवर किया जाएगा। कोर्स में छात्रों को निम्न सुविधाएं दी जाएंगी:
- डेली प्रैक्टिस प्रॉब्लम्स
- चैप्टर-वाइज टेस्ट
- ऑल इंडिया मॉक टेस्ट सीरीज़
- रिवीजन सेशंस और कॉन्सेप्ट क्लैरिटी लेक्चर्स
इस कोर्स को इस तरह से तैयार किया गया है कि छात्र घर बैठे ही एक स्ट्रक्चर्ड और सुलभ लर्निंग एक्सपीरियंस प्राप्त कर सकें।
मेंटरशिप और AI-बेस्ड एनालिटिक्स की सुविधा
कोर्स में रजिस्टर्ड छात्रों को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक निःशुल्क मेंटरशिप, मोटिवेशनल सेशंस और डाउट-क्लियरिंग सहायता मिलेगी। इसके अलावा, साथी प्लेटफॉर्म में AI-बेस्ड परफॉर्मेंस एनालिटिक्स सिस्टम शामिल किया गया है, जो छात्रों की परफॉर्मेंस को ट्रैक करेगा और उनके कमजोर विषयों की पहचान कर उन्हें सुधारने में मदद करेगा।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
सभी स्टडी रिसोर्सेज जैसे लेक्चर, प्रैक्टिस मटेरियल, टेस्ट रिपोर्ट और परफॉर्मेंस एनालिसिस साथी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर मुफ्त उपलब्ध होंगे। छात्र इस कोर्स के लिए sathee.iitk.ac.in वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। यह ऐप Android और iOS दोनों यूज़र्स के लिए डाउनलोड के रूप में उपलब्ध है।
‘साथी’ ऐप का विकास IIT कानपुर द्वारा किया गया है और इसे शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत लॉन्च किया गया है। यह मंच जेईई के अलावा NEET, CUET, CLAT, ICAR, SSC, RRB और IBPS जैसी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को भी मदद करता है।
प्लेटफॉर्म पर छात्रों को एक्सपर्ट सेशंस, स्ट्रक्चर्ड कोर्स पाथ, और प्रैक्टिस टेस्ट्स जैसी सुविधाएं मिलती हैं। जल्द ही यह ऐप 12 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा, जिससे देशभर के छात्रों को भाषा की बाधा के बिना समान शिक्षा संसाधन प्राप्त हो सकेंगे।








