सोशल संवाद/दिल्ली(रिपोर्ट-सिद्धार्थ) : वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में केजरीवाल सरकार के जीएसटी कलेक्शन में 15 फीसदी की रिकॉर्ड वृद्धि हुई हुई है| वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के जीएसटी कलेक्शन 6985.05 करोड़ की तुलना में इस साल की पहली तिमाही में दिल्ली में जीएसटी कलेक्शन 8028.91 करोड़ रहा है| इस बाबत गुरुवार को प्रेस-कांफ्रेंस के माध्यम से साझा करते हुए वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि, केजरीवाल सरकार पूरे देश के लिए ईमानदारी की नजीर बनी है|
जीएसटी कलेक्शन में रिकॉर्ड वृद्धि के साथ हमने साबित किया कि अगर नियत सही हो तो सरकारों के पास पैसे की कोई कमी नहीं होगी| उन्होंने कहा कि, दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल जी की सरकार में पिछले 8 सालों में जनता पर कोई नया टैक्स लगाए बिना लगातार बजट बढ़ाया गया है| दिल्ली की इकॉनमी और बजट ग्रोथ ने साफ़ कर दिया है कि यदि सरकार ईमानदार हो तो सरकारी सरकारी खजाने में पैसे बढ़ते है|
वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि, अक्सर अच्छे स्कूल,अस्पताल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की बातें होती है तो सरकारें कहती है कि हम ये सब नहीं बना सकते क्योंकि हमारे पास फंड की कमी है| लेकिन पिछले 8 साल में दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल जी की सरकार ने ये दिखा दिया है कि अगर नियत सही हो तो सरकारों के पास पैसे की कोई कमी नहीं है| सरकारों के पास पैसे नहीं होना इस बात का द्योतक है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है| और जो पैसा सरकारी खजाने में जाना चाहिए था वो पैसा किसी और की जेब में जा रहा है|
उन्होंने साझा करते हुए कहा कि, दिल्ली में जबसे अरविन्द केजरीवाल जी की सरकार बनी है तबसे लगातार दिल्ली सरकार का बजट बढ़ता गया है| 2014-15 में दिल्ली का कुल बजट 30,000 करोड़ था| मात्र 5 साल में कोई भी नया टैक्स लगाये बिना अरविन्द केजरीवाल जी की सरकार ने इस बजट को दुगुना कर दिया और 2020 के आते-आते दिल्ली का बजट 60,000 करोड़ हो गया
वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि,अगर इकॉनमी और बजट ग्रोथ को देखे तो एक चीज साफ़-साफ़ समझ आती है कि यदि सरकार इमानदार हो तो सरकारी खजाने में पैसे बढ़ते है| इसलिए जो सरकारें कहती है कि हमारे पास पैसे नहीं है| उन सरकारों के सामने अरविन्द केजरीवाल एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि एक ईमानदार सरकार न केवल अपना राजस्व बढ़ाती है बल्कि इससे दिल्ली वालों को अच्छे स्कूल, मोहल्ला क्लिनिक अच्छे अस्पताल देती है|