सोशल संवाद/डेस्क: India A ने Australia A को 5 विकेट से दी मात, KL Rahul और Sai Sudarshan के शतक ने 43 साल बाद रचा इतिहास और ऑस्ट्रेलिया A के बीच खेली गई दो मैचों की अनऑफिशियल टेस्ट सीरीज़ का दूसरा और आखिरी मैच क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो गया। भारत A ने चौथी पारी में 412 रन का विशाल लक्ष्य हासिल कर 43 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह भारत की घरेलू क्रिकेट में महज़ छठी बार हुआ है जब किसी टीम ने 400 से ज़्यादा रन का सफल चेज़ किया हो।

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इस ऐतिहासिक जीत के हीरो बने केएल राहुल, जिन्होंने नाबाद 176 रनों की मैराथन पारी खेली। राहुल ने धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाया। उनकी पारी में चौकों और छक्कों की झड़ी लगी—कुल 88 रन सिर्फ बाउंड्री से आए। उन्होंने टॉड मर्फी जैसे स्पिनर को 53 गेंदों पर 59 रन ठोककर पूरी तरह दबाव में ला दिया। यह पारी राहुल के करियर की सबसे यादगार पारियों में शुमार की जा रही है।
राहुल के साथ साई सुदर्शन ने भी ग़ज़ब का प्रदर्शन किया। बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने शतक (100 रन) ठोकते हुए साबित किया कि वह भविष्य के भरोसेमंद टेस्ट बल्लेबाज़ हैं। स्वीप, कवर ड्राइव और रिवर्स स्वीप जैसे शॉट्स से उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों को परेशान कर दिया। राहुल और सुदर्शन की 143 रन की साझेदारी ने भारत A को मज़बूती से जीत की राह पर ला खड़ा किया।
India A के कप्तान ध्रुव जुरेल का कमाल
जब टीम को तेज़ रनों की ज़रूरत थी, कप्तान ध्रुव जुरेल मैदान पर आए और 56 रनों की आक्रामक फिफ्टी खेली। उनके शॉट्स ने सुनिश्चित किया कि दबाव भारत A पर न बढ़े। हालांकि वह आउट हो गए, लेकिन तब तक जीत लगभग तय हो चुकी थी।
नितीश रेड्डी का फिनिशिंग टच
अंतिम चरण में युवा बल्लेबाज़ नितीश रेड्डी ने बैक-टू-बैक चौके जड़कर टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। उनके शॉट्स के साथ ही ड्रेसिंग रूम और दर्शकों के बीच जश्न का माहौल बन गया।
India A का 43 साल बाद टूटा रिकॉर्ड
इस जीत से भारत A ने न सिर्फ़ सीरीज़ अपने नाम की, बल्कि घरेलू क्रिकेट में एक नया इतिहास रच दिया। आख़िरी बार 400+ रन का सफल चेज़ 43 साल पहले हुआ था। राहुल, सुदर्शन, जुरेल और रेड्डी की यह टीम अब भारत के भविष्य की मजबूत नींव मानी जा रही है।
यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए सिर्फ़ एक मैच की जीत नहीं, बल्कि नई पीढ़ी के खिलाड़ियों की क्षमता और आत्मविश्वास का बड़ा सबूत है।








