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भारतीयों को हथकड़ी पहनाकर किया गया निर्वासन: मोदी के ‘मित्र’ ट्रंप का शर्मनाक उपहार

By Tamishree Mukherjee

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भारतीयों को हथकड़ी पहनाकर किया गया निर्वासन

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सोशल संवाद / डेस्क ( लेखक – सिद्धार्थ प्रकाश) : अमेरिका ने अपने निर्वासन अभियान के तहत 205 भारतीय नागरिकों को C-17 सैन्य विमान से वापस भारत भेज दिया, जैसे कि वे कोई खतरनाक अपराधी हों। 5 फरवरी 2025 को अमृतसर पहुंचे इन भारतीयों को कथित तौर पर हथकड़ी पहनाकर, अमेरिकी सैन्य विमान में ठूंसकर भेजा गया। इस पूरे अपमानजनक घटनाक्रम पर भारत सरकार की चुप्पी चौंकाने वाली है। शायद मोदी सरकार अपनी ‘दोस्ती’ निभाने में इतनी व्यस्त है कि अपने ही नागरिकों की इज्जत की परवाह नहीं।

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हथकड़ी पहनाकर भेजे गए भारतीय – क्या यही है ‘मित्रता’?

यह पूरी घटना अविश्वसनीय और शर्मनाक है। ट्रंप सरकार ने भारतीयों के साथ ऐसा व्यवहार किया मानो वे कोई गंभीर अपराधी हों। हाल ही में जब ब्राजील के नागरिकों को इस तरह भेजा गया, तो उनकी सरकार ने इसका कड़ा विरोध दर्ज कराया। लेकिन भारत में? मोदी सरकार मूक दर्शक बनी रही। अगर ट्रंप आदेश दें, तो भारत सिर झुका लेता है।

मोदी ने क्यों नहीं भेजे भारतीय विमान?

अगर मोदी सरकार के पास जरा भी आत्मसम्मान होता, तो क्या वह अपने नागरिकों को सम्मानपूर्वक वापस लाने के लिए भारतीय वायुसेना या निजी विमान नहीं भेज सकती थी? क्या यह सरकार केवल झूठे प्रचार और नारे लगाने में ही माहिर है?

भारत के पास एयर इंडिया, भारतीय वायुसेना और कई निजी एयरलाइंस हैं, फिर भी अपने नागरिकों को सम्मानजनक वापसी दिलाने का प्रयास क्यों नहीं किया गया? एक मजबूत राष्ट्र अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, लेकिन यहां मोदी सरकार बस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।

मोदी-ट्रंप की ‘ब्रोमांस’: एकतरफा प्रेम कहानी

‘हाउडी मोदी’ और ‘नमस्ते ट्रंप’ जैसे इवेंट में मोदी ने जिस तरह ट्रंप से दोस्ती का ढोंग रचा, वही दोस्त अब भारत को अपमानित कर रहा है। क्या मोदी ने यह भी वादा किया था कि ट्रंप के हर अपमान को भी गले लगाएंगे? इस घटना ने साबित कर दिया कि मोदी सरकार केवल दिखावे की राजनीति में माहिर है। यह सरकार नारे गढ़ सकती है, लेकिन अपने नागरिकों की इज्जत बचाने के लिए कुछ नहीं कर सकती।

जरूरी सवाल जो उठाने चाहिए

1. भारतीय नागरिकों को अपराधियों की तरह हथकड़ी पहनाकर क्यों भेजा गया?

2. मोदी सरकार इस अमानवीय व्यवहार पर चुप क्यों है?

3. भारत ने अपने विमानों से नागरिकों को वापस लाने की कोशिश क्यों नहीं की?

4. क्या मोदी-ट्रंप की दोस्ती का मतलब भारत का आत्मसम्मान गिराना है?

5. दुनिया में इस घटना से भारत की छवि को क्या नुकसान हुआ?

मोदी की चुप्पी = भारत की शर्मिंदगी

जो सरकार अपने नागरिकों की रक्षा नहीं कर सकती, वह उनके विश्वास के लायक नहीं। मोदी अपनी राजनीति चमकाते रहें, लेकिन भारतीयों को अब असली जवाब मांगने चाहिए।

क्योंकि अगर आपका खुद का नेता आपको सम्मान नहीं देता, तो दुनिया क्यों देगी?

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