सोशल संवाद / डेस्क : समाज सेवी मानवाधिकार कार्यकर्त्ता जवाहरलाल शर्मा ने गिरफ्तारी बीमा लागू करने को लेकर पिछले लंबे समय से प्रयासरत है उन्होंने इस मामले को लेकर राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक गुहार लगाई लेकिन किसी ने इस सम्बन्ध कोई ठोस करवाई नहीं किया ।जवाहर लाल शर्मा इस मुद्दे महतवपूर्ण समझाते हुए को देश के राष्टपति को पत्र लिखा । राष्टपति ने इस मामले भारत सर्कार के सामाजिक और न्याय अधिकारिता मंत्रालय को भेज दिया ।

क्या है गिरफ्तारी बीमा ?
जब पुलिस किसी भी मुजरिम को गिरफ्तार करके थाने लेकर जाएगी तो पुलिस को उस व्यक्ति का थाने में बीमा करना होगा और अगर वो मुजरिम निर्दोष साबित होता है तो उस व्यक्ति के रिहा होने पर उसे बीमा का राशी का भुगतान करना होगा।
क्यों जरुरी है गिरफ्तारी बीमा ?
देश भर में पुलिस के ऊपर आरोप लगता है की पुलिस शक के आधार पर निर्दोष व्य्कतियो को गिरफ्तार कर लेती है बिना दोष साबित हुए व्यक्ति अपने जीवन का महतवपूर्ण समय जेल में बिता कर कुछ सालों बाद रिहा होता है वैसे किसी भी निर्दोष व्यक्ति को जेल के अन्दर बिताये गए समय और उसका आर्थिक और मानसिक नुकसान के भरपाई के लिए गिरफ्तारी बीमा अनिवार्य है|
यह भी पढ़े : उत्तराकशी टलन हादसे में छठे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी; ऑक्सीजन पाइप से आवाज आई ‘हेलो-हेलो’
कौन है जवाहर लाल शर्मा ?
जवाहर लाल शर्मा जाने माने झारखंड के जमशेदपुर के सामाजिक कार्यकर्त्ता ,मानवाधिकार कार्यकर्त्ता और नागरिक अधिकारों के लिए लड़ने वाले व्यक्ति है जो जमशेदपुर में तीसरा वोटिंग राईट के लिए पिछले चालीस सालो से सर्कार और कंपनी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ रहे है इससे पहले उन्होंने जेल में बंद कैदियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी है साथ ही शहर में किसी बड़े हादसा होने पर नागरिक बीमा करवाया।