सोशल संवाद / रांची : झारखंड पुलिस की ओर से पिछले 6 महीने के दौरान नक्सली फ्रंट से लेकर साइबर सहित संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई की गई है. पिछले 6 महीने में 17 कुख्यात नक्सलियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया है. वहीं 474 से ज्यादा साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है. शुक्रवार को झारखंड पुलिस मुख्यालय में आईजी अभियान माइकल राज ने झारखंड पुलिस के द्वारा 6 महीने में हासिल की गई सफलताओं का विवरण प्रस्तुत किया.
हथियार और गोला बारूद सहित नगद भी बरामद
आईजी अभियान माइकल राज ने बताया कि वर्ष 2025 में जून तक नक्सलियों से कुल 113 हथियार (पुलिस से लूटे गए हथियार-31, रेगुलर हथियार 20 और देसी हथियार-62) बरामद किए गए हैं. इसके अतिरिक्त 8591 गोली, 176.5 किग्रा विस्फोटक पदार्थ, 4,51,047(चार लाख एकावन हजार सैंतालीस) रुपये लेवी की राशि बरामद की गई और नक्सलियों द्वारा बिछाये गए 179 आईईडी को बरामद कर विनिष्ट किया गया. इसके अतिरिक्त झारखंड और ओडिशा पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान के क्रम में ओडिशा राज्य के ब्लांग थाना अंतर्गत बाको से 3811 किग्रा जिलेटिन बरामद किया गया है.
197 नक्सली गिरफ्तार
आईजी अभियान ने बताया कि वर्ष 2025 में जून तक कुल 197 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें मुख्य रूप से रिजनल कमेटी मेंबर-2, जोनल कमांडर-1, सब जोनल कमांडर-1 और 7 एरिया कमांडर शामिल हैं. इनमें मुख्य रूप से टीएसपीसी का 15 लाख का इनामी नक्सली आक्रमण गंझू उर्फ रविन्द्र गंझू, 15 लाख का इनामी माओवादी रणविजय महतो, 10 लाख का इनामी माओवादी कुंदन खेरवार उर्फ सुधीर सिंह, माओवादी गौतम यादव, टीएसपीसी नक्सली सुनील मुंडा उर्फ भारत जी, टीएसपीसी नक्सली रूपेश कुमार, टीएसपीसी नक्सली संजीत कुमार उर्फ संजीत गिरि उर्फ संजीत दास उर्फ विक्रांत जी, दो लाख का इनामी पीएलएफआई नक्सली कृष्णा यादव उर्फ तूफान जी उर्फ सुल्तान जी, पीएलएफआई नक्सली दुर्गा सिंह उर्फ पंजरी सिंह, जेजेएमपी नक्सली जितेंद्र सिंह खेरवार उर्फ जितेंद्र जी उर्फ बजरंगी, जेजेएमपी नक्सली मुरली भुईंया उर्फ छोटू जी उर्फ पप्पू जी की गिरफ्तारी की गई है.
10 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
आईजी अभियान ने बताया कि वर्ष 2025 में जून तक 10 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. जिसमें मुख्य रूप से भाकपा माओवादी संगठन का सब जोनल कमांडर आनंद सिंह उर्फ कल्तू सिंह उर्फ भगवान ने लातेहार में सरेंडर किया है.
एनकाउंटर में 17 नक्सली मारे गए
वर्ष-2025 में जून तक पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 17 नक्सली मारे गए हैं. जिसमें मुख्य रूप से एक करोड़ का इनामी माओवादी विवेक उर्फ प्रयाग मांझी, माओवादी अरबिंद यादव उर्फ अशोक, 10 लाख का इनामी माओवादी साहेब राम मांझी उर्फ राहुल, माओवादी विनय गंझू उर्फ संजू गंझू, 10 लाख का इनामी जेजेएमपी नक्सली पप्पू लोहरा उर्फ सूर्यदेव लोहरा, 5 लाख का इनामी माओवादी मनीष यादव उर्फ मनीष जी, 5 लाख का इनामी जेजेएमपी नक्सली सुदेश गंझू उर्फ प्रभात जी, माओवादी हेमंती मझियान, माओवादी शांति देवी, टीएसपीसी नक्सली राहुल तुरी उर्फ आलोक जी के साथ अन्य सात नक्सली शामिल थे.
साइबर अपराध के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई
आईजी अभियान माइकल राज ने बताया कि पिछले 6 महीने के दौरान साइबर अपराध के खिलाफ भी बेहद कारगर कार्रवाई की गई है. वर्ष 2025 में जून तक साइबर अपराध से संबंधित कुल 620 कांड दर्ज किए गए थे. इन कांडों में कुल 767 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए कुल 54,35,800 रुपये नगद, 1664 सिम कार्ड, 1283 मोबाइल फोन, 135 एटीएम कार्ड, 20 दोपहिया वाहन, 8 चारपहिया वाहन, 19 लैपटॉप, 37 बैंक पासबुक, 24 बैंक चेकबुक, 3 स्वाइप मशीन और 1 राउटर बरामद किया गया है.
वहीं वर्ष-2025 में जून तक एनसीआरपी (National Cyber Crime Reporting Portal) अंतर्गत डायल-1930 साइबर हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से कुल 11910 शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें कुल 15.90 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए और न्यायालय के माध्यम से वादी के खाते में कुल 83, 84, 710 रुपये भेजे गए हैं.
वर्ष 2025 में जून तक साइबर अपराध की रोकथाम के लिए प्रतिबिंब एप का सार्थक प्रयोग करते हुए राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 83 कांड प्रतिवेदित हुए. इन कांडों में कुल 474 अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए कुल 769 सिम कार्ड, 634 मोबाइल फोन बरामद कर जब्त किए गए हैं.
मादक पदार्थ के विरुद्ध की गई कार्रवाई
वर्ष 2025 में मादक पदार्थ की रोकथाम का सार्थक प्रयास किया गया और प्रभावी नियंत्रण लगाया गया और उससे संबंधित जनवरी से मई 2025 तक राज्य में कुल-389 कांड प्रतिवेदित हुए, जिसमें 393 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है और 553.856 किग्रा गांजा (अनुमानित कीमत-2.76 करोड़), 66.566 किग्रा अफीम (अनुमानित कीमत-3.32 करोड़), 2.49 किग्रा ब्राउन शुगर (अनुमानित कीमत-24.90 लाख), 9950.94 किग्रा डोडा (अनुमानित कीमत 14.92 करोड़), नशे के लिए प्रयुक्त किए जाने वाले 7925 पीस टैबलेट (अनुमानित कीमत-31.70 लाख), उक्त सभी की कुल अनुमानित कीमत 20.44 करोड़ रुपये आंकी गई है. इसके अलावे नशे में प्रयोग होने वाले 2301 बोतल सिरप और 1100 पीस इंजेक्शन भी बरामद किया गया.
संगठित अपराध के विरुद्ध एटीएस की कार्रवाई
वर्ष 2025 में जून तक झारखंड में संगठित अपराध से संबंधित कुल 4 कांड प्रतिवेदित हुए. जिसमें कुल 12 संगठित गिरोह के अपराधियों यथा पांडेय गिरोह के-1, अमन साहू गिरोह के-2, सुजीत सिन्हा गिरोह के-8 और अमन श्रीवास्तव गिरोह के 1 अपराधी को गिरफ्तार किया गया.
उक्त गिरफ्तार अपराधियों के पास से 4 हथियार, 21 गोली, 23 पीस मोबाइल फोन, 1 चार पहिया वाहन और 10,130- (दस हजार एक सौ तीस) रुपये बरामद किए गए.