सोशल संवाद/डेस्क : झारखण्डी कुम्हार एकता मंच द्वारा घाटशिला में आयोजित कुम्हार सम्मेलन में भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को एक मांग पत्र सौंपा गया था, जिस में हमारे समाज की एक पुरानी मांग “अनुसूचित जाति (SC)” में शामिल करने के संबंध में आवाज उठाने का अनुरोध किया गया था।

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बाबूलाल सोरेन ने खुले मंच से हमारे समाज को “अनुसूचित जाति (SC)” में शामिल करने की मांग को समर्थन देने की घोषणा की थी, जिसे लेकर विपक्षी दलों में खलबली मच गई। इस समर्थन से तिलमिलाए झामुमो के प्रवक्ता ने इस मामले को विवादित करने का प्रयास किया।
उक्त प्रवक्ता को यह भी नहीं पता कि एक अरसे से हमारा समाज अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल होने के लिए संघर्ष कर रहा है। कुम्हार समाज अनुसूचित जाति में शामिल होने की सभी अर्हताएं पूरी करता है, और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में हमें अनुसूचित जाति में शामिल भी किया गया है।
हमारे समाज को ऐसा लगता है कि विरोधी दल द्वारा जान बूझकर ऐसी अफवाहें फैलाने का मूल मकसद दो समुदायों के बीच सामाजिक समरसता को खत्म करना है।इस संबंध में हम लोग महामहिम राज्यपाल से मिल कर, उन्हें अपना मांग पत्र भी सौंपेंगें।








