सोशल संवाद/जमशेदपुर : टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड पूर्व में जुस्को के प्रबंध निदेशक रितुराज सिन्हा ने कहा कि मार्च, 2025 तक टाटा स्टील के कमांड एरिया के साथ बागान एरिया में नल से पानी देने का प्रयास कर रहे हैं, इसलिए लोगों के बीच पानी के कनेक्शन लेनेे के लिए फार्म बांटे जा रहे हैं लेकिन फार्म लेने व आवेदन जमा करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने के लिए टाटा स्टील यूआईएसएल लगातार काम कर रही है.
मंगलवार को बेल्डीह क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता में प्रबंध निदेशक रितुराज सिन्हा ने कहा कि प्रबंधन अगस्त, 2023 से बागान एरिया में लोगों के बीच पानी का कनेक्शन लेने के लिए फार्म वितरित कर रही है, मार्च, 2025 तक टाटा स्टील के कमांड एरिया समेत बागान एरिया में हर घर में नल से पानी देने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोग कनेक्शन लेने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. गोलमुरी के रामादीन बागान में 3500 फॉर्म बांंटे गए है लेकिन अब तक 1200 से आवेदन आया है. उन्होंने कहा कि लोग पानी के कनेक्शन चार्ज को देने के बदले सेंधमारी कर रहे हैं इसका असर उनलोगों के घरों में पड़ता है जिन्होंने कनेक्शन ले रखा है. उन्होंने कहा कि यदि जुस्को के किसी उपभोक्ता के घर गंदा पानी आ रहा है तो उससे यह आशंका रहती है कि आपके घर के आसपास चोरी की समस्या हो रही है. जुस्को डब्ल्यूएचओ मानक से भी बेहतर पानी दे रही है.
जाम की समस्या से चिन्तित, भारी वाहन से निजात जरूरी
प्रबंध निदेशक रितुराज सिन्हा ने कहा कि जिस तरह से शहर में जाम की समस्या हो रही है उससे कंपनी प्रबंधन भी चिन्तित है. शहर में भारी वाहनों के आने-जाने से हमलोग भी चिन्तित है क्योंकि इससे जाम की समस्या बनती. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार पहल करे. उन्होंने कहा कि जुस्को ने सरकार को कॉरिडोर को लेकर दो प्रस्ताव दिया है, जिनमें से एक लिट्टी चौक से टिमकेन, सीआरएम होते हुए एनएच 33 से जोडऩे कहा है जिस पर सरकार से मंजूरी मिल गई है. वहीं दूसरा प्रस्ताव हुडको डेम से पिपला मोड़ होते हुए नेशनल हाइवे से जोडऩे का है जिस पर सरकार से बात चल रही है. उन्होंने कहा कि इन दोनोंं कॉरिडोर के बन जाने से भारी वाहन सीधा शहर से बाहर नेशनल हाइवे पर चला जाएगा.
हर घर में लगे सोलर पैनल, की जा रही पहल
एमडी रितुराज सिन्हा ने कहा कि बिजली की खपत को कम करने के लिए कंपनी प्रबंधन हर घर में सोलर पैनल लगाने के लिए पहल कर रही है. उन्होंने केबल टाउन में घर-घर बिजली के कनेक्शन देने के बारे में कहा कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है. उन्होंने कहा कि शहर के होटलों मे बायोगैस प्लांट लगाए जा रहे हैं.स्कूलों मेंभी सोलर पैनल लगाए गये हैं जिससे उनकी जीरो बिंिलंग हो रहीहै। उन्होंने कहा कि चूंकि यहां बिजली की दर कम है इसलिये भी शायद लोगों की रुचि सोलर पैनल की ओर नहीं है। बड़ौदा के हर घर की छत पर सोलर पैनल दिखेगे क्योंकि वहां बिजली की दर अधिक है। इसलिये लोग वहां इसका अधिक उपयोग कर रहे हैं। हमारी एक टीम केवल सोलर पैनल लगाने के लिेय लोगों को प्रेरित करती है।
शहर के सैरात बाजारों को रि-मॉडलिंग की जरूरत
उन्होंने शहर के बाजारों में पार्किंग की समस्या पर पूछे गए सवाल पर कहा कि साकची व बिष्टुपुर के सैरात बाजारों को रि-मॉडलिंग करने की जरूरत है, लेकिन मूलभूत सुविधाओं से लेकर निर्माण कार्य करने की सरकार की जिम्मेदारी है. शहर के सभी दस बाजार सरकार के नियंत्रण में है. इतने बड़े शहर के बाजार जिस तरह के होने चाहिए वैसे नहीं है. यहां एसएसआई के उपयोग के जरिये बाजार बनाने की जरूरत है. यदि हजार स्क्वायर फीट की दुकान है तो तीन मंजिला होने पर वहां तीन हजार स्क्वायर फीट की दुकान हो सकती है. शहर के बाजारों की 53 एकड़ जमीन सरकार के पास है, वहां पार्किंक की सुविधा में भी सुधार किया जा सकता है. इसके अलावा वहां शौचालय आदि की भी अच्छी व्यवस्था नहीं है. साकची व बिष्टुपुर बाजार में जितनी सुविधाएं लोगों को मिलनी चाहिए नहीं मिल पाती है. उन्होंने कहा कि 2016 में शहर के 10 सैरात बाजारों का मास्टर प्लान तैयार कर सरकार को दे दिया है.
एक सवाल के जवाब में श्री सिन्हा ने कहा कि टिनप्लेट बस्ती क्षेत्र में पानी व बिजली की क्षमता टिनप्लेट के पास नहीं है. जलापूर्ति के लिए सिदगोड़ा पानी टंकी से लाइन दी गई है. इसके लिस फॉर्म वितरण का काम जारी है. लोग आवेदन कर कनेक्शन ले सकते हैं. बिजली के बारे में उन्होंने कहा कि अभी वहां टिनप्लेट कंपनी द्वारा बिजली दी जा रही थी. बिजली के लिए अब वहां सिस्टम को अपग्रेड किया जा रहा है. अब यहां की बिलिंग भी टाटा स्टील यूआईएसएल के जरिये होगी. लोग यहां फॉर्म का भी वितरण किया जा रहा है.