सोशल संवाद / नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस के लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद हाल ही में कुछ राज्यों में नतीजे अनुरूप नहीं आने पर पार्टी द्वारा कठोर निर्णय लेने का आह्वान किया है। कांग्रेस अध्यक्ष नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को वायनाड और रवींद्र वसंतराव चव्हाण को नांदेड़ लोकसभा सीट पर विजयी होने पर अपनी बधाई दी। उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर उठ रहे सवालों पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि ईवीएम ने चुनावी प्रक्रिया को संदिग्ध बना दिया है।
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खरगे ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस पार्टी ने नए जोश-खरोश के साथ वापसी की थी। उसके बाद इंडिया गठबंधन ने चार में से दो राज्यों में सरकार बनाई, पार्टी का प्रदर्शन अपेक्षा से कम रहा। कांग्रेस को तुरंत चुनावी नतीजों से सबक लेते हुए संगठन के स्तर पर अपनी सभी कमजोरियों और खामियों को दुरुस्त करने की जरूरत है। कई राज्यों में कांग्रेस का संगठन अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। संगठन का मजबूत होना कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी जरूरत है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि बेरोजगारी, महंगाई, आर्थिक असमानता देश के ज्वलंत मुद्दे हैं। जाति जनगणना भी अहम मसला है। संविधान, सामाजिक न्याय और सौहार्द जैसे मसले जन-जन के मुद्दे हैं। इसके साथ ही राज्यों के अलग-अलग मुद्दों को समय रहते बारीकी से समझना और उसके इर्द-गिर्द ठोस अभियान की रणनीति बनाना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को नए संकल्प के साथ जमीनी स्तर से, ब्लॉक, जिला से लेकर एआईसीसी स्तर तक बदलाव लाना होगा। उन्होंने एकजुटता पर भी जोर दिया और कहा कि यह जरूरी है कि हम कठोरता से अनुशासन का पालन करें।
चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर उठ रहे सवालों का जिक्र करते हुए खरगे ने कहा कि ईवीएम ने चुनावी प्रक्रिया को संदिग्ध बना दिया है। देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करवाना चुनाव आयोग का संवैधानिक दायित्व है। बार-बार ये सवाल उठ रहे हैं कि किस हद तक ये दायित्व निभाया जा रहा है। सिर्फ छह महीने पहले जिस तरह के नतीजे लोकसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी के पक्ष में आए थे, उसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का नतीजा राजनीतिक पंडितों के भी समझ से परे है। जैसे परिणाम आए हैं, कोई भी अंकगणित उन्हें सही ठहराने में असमर्थ है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए धार्मिक मुद्दों को हवा देने की कोशिश करने का आरोप लगाया। मणिपुर और संभल में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश कई संवेदनशील और गंभीर मुद्दों का सामना कर रहा है।
खरगे ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में वंचितों का एक बड़ा वर्ग तैयार हो गया है, जो बेरोजगारी, महंगाई और गहराती विषमता से परेशान है। कांग्रेस को सत्ता में बैठी विभाजनकारी ताकतों को हर हालत में हराना है। देश में तरक्की, अमन-चैन और भाईचारा वापस स्थापित करना है।
बैठक में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, कोषाध्यक्ष अजय माकन समेत कांग्रेस कार्यसमिति के तमाम सदस्य मौजूद रहे ।