सोशल संवाद/डेस्क : धनबाद लोकसभा सीट से भाजपा ने जिन ढुल्लू महतो को अपना प्रत्याशी बनाया है, उनके खिलाफ लोग पहले से कहीं ज्यादा मुखर विरोध पर उतर आये हैं। बीते दिनों में चास, बोकारो और धनबाद के कई इलाकों में बिजनेस क्लास के लोगों ने बैठकें की हैं। कहा जा रहा है कि ये बैठकें इसलिए की जा रही हैं क्योंकि बिजनेस क्लास को लगता है कि ढुल्लू महतो सांसद बन गये तो लोगों के बिजनेस पर बेहद प्रतिकूल असर पड़ेगा। कोयलांचल-लौहनगरी का बिजनेस क्लास ढुल्लू महतो के आतंक से पहले ही परेशान है।
बीते दिनों बोकारो के सेक्टर 9 में भी एक मीटिंग हुई थी। उस मीटिंग में दो चीजें तय की गईःपहला-ढुल्लू महतो की उम्मीदवारी खत्म करने के लिए लोग जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखेंगे और दूसराः यदि ढुल्लू महतो की उम्मीदवारी रद नहीं की गई तो किसी योग्य प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारने की कोशिश होगी जो कम से कम सवर्ण हो।
28 मार्च को मारवाड़ी समाज से जुड़े कृष्णा अग्रवाल ने एक पत्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को लिखा है। इस पत्र में दो टूक मांग की गई है कि अविलंब ढुल्लू महतो की उम्मीदवारी निरस्त की जाए और कोई दूसरा कैंडिडेट यहां से दिया जाए। आपको बता दें कि कृष्णा अग्रवाल घोर भाजपाई हैं और अपने पत्र में उन्होंने बड़ी खूबसूरती से इसका जिक्र भी किया है। वह धनबाद जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष हैं और दावा करते हैं कि अगर ढुल्लू महतो का टिकट निरस्त नहीं किया गया तो परिणाम के दिन कहीं भाजपा को पश्चाताप न करना पड़े।
बाबूलाल मरांडी को लिखे पत्र में कृष्णा अग्रवाल ने लिखा हैः बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के क्रियाकलापों एवं विचारों से कोयलांचल की जनता भली भांति अवगत है। आप भी धनबाद की सामाजिक-राजनीतिक मनोदशा से पूर्णतः परिचित हैं। इनके दर्जनों विवादास्पद बयान सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे है, जो भाजपा की रीति-नीति एवं विचारधारा से पूरी तरह उलट हैं। आपके संज्ञान में होगा कि (ढुल्लू महतो) पूरे हिंदुस्तान के एकमात्र ऐसे विधायक हैं जो एक हाथ में लाल झंडा (एटक) ओर दूसरे हाथ में भगवा लेकर खुलेआम राजनीति करते हैं। भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधि भाजपा विधायक के इस रूप को टुकुर-टुकुर देखने को बाध्य रहते हैं। इन पर 49 मुकदमे हैं जो न्यायालय में लंबित है। चार मुकदमों में निचली अदालत से सजा भी मिल चुकी है। माफिया के खिलाफ बोलते-बोलते स्वयं माफिया का नया संस्करण बन चुके हैं। एक जाति का दूसरे जाति के खिलाफ खुलेआम विषवमन करते हैं। विधायक क्षेत्रवाद ओर जातिवाद की तमाम दुर्गुणों से परिपूर्ण हैं।
अग्रवाल ने पत्र में आगे लिखाः जिस दिन से ढुल्लू महतो के नाम की घोषणा भारतीय जनता पार्टी के धनबाद लोकसभा उम्मीदवार के रूप में हुई, पूरे लोकसभा क्षेत्र में नकारात्मक चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोकसभा क्षेत्र के बड़े वर्ग में काफी भय और पार्टी के निर्णय के प्रति घोर आक्रोश है। पार्टी को निश्चित रूप में अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए। ऐसा न हो कि परिणाम के दिन पार्टी को अपने उम्मीदवार के चयन पर, अपनी भूल पर पश्चाताप करना पड़े।
उनका यह पत्र कुछ ही घंटों में वायरल हो गया। पत्र की एक प्रति बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो के हाथ भी लगी तो उन्होंने सीधे कृष्णा अग्रवाल को फोन मिला दिया। उस फोन की रिकार्डिंग भी वायरल हो गई, जिसमें ढुल्लू महतो दबंगई के साथ कृष्णा अग्रवाल से कह रहे हैं कि अगर आपको मुझसे कोई विरोध है तो आप मेरे साथ बैठ कर आमने-सामने बात करते। चिट्ठी लिखने की क्या जरूरत थी। वह कृष्णा अग्रवाल को यह भी याद दिलाते हैं कि जब पहले गोलियां चलती थीं, तब आपने कोई स्टेटमेंट नहीं दिया। जब मंदिर बन रहा था, तब आपने कोई स्टेटमेंट नहीं दिया। जब रंगदारी मांगी जा रही थी, हम रंगदारी का विरोध कर रहे थे, तब आप कहां थे? इस पर कृष्णा अग्रवाल कहते हैं कि हम थे। हमने रंगदारी के खिलाफ धरना दिया था।