सोशल संवाद/राँची : झारखंड में एवीएन की दर (एवरेज वैल्यू पर नंबर) पश्चिम बंगाल से अधिक हो सकती है। शराब की खुदरा बिक्री के लिए होने वाली ई-लॉटरी को लेकर मंगलवार को शराब व्यापारियों ने उत्पाद आयुक्त रविशंकर शुक्ल के साथ हुई बैठक में यह चिंता व्यक्त की। व्यापारियों ने कहा कि शराब की कीमत कम रहेगी तो दूसरे राज्यों के लोग भी झारखंड में शराब खरीदने आएंगे। इससे राजस्व बढ़ेगा। उत्पाद आयुक्त ने इस विषय पर समाधान निकालने का आश्वासन दिया।

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व्यापारियों ने सात महीने के बड़े राजस्व लक्ष्य (2402 करोड़) पर चिंता जताई। इसपर आयुक्त उत्पाद ने कहा कि इस में संशोधन अब संभव नहीं है। बैठक में झारखंड समेत पड़ोसी राज्यों के भी शराब व्यापारियों ने भाग लिया। व्यापारियों ने आगामी उत्पाद नीति 2025 से संबंधित विभिन्न प्रश्न पूछे और सुझाव प्रस्तुत दिए। बैठक में सुबोध जायसवाल, राजीव भगत, अजय साहू, उमेश साहू, वीरेंद्र साहू, जय राम, नरेंद्र सिंह, इंदर सिंह, हरेंद्र सिंह, शकुंतला जायसवाल आदि थे।
आवेदन के साथ 2 प्रतिशत अर्नेस्ट मनी देना होगा बैठक में बताया गया कि शराब दुकान के लिए आवेदन देने वाले व्यापारियों को संबंधित दुकान के राजस्व लक्ष्य का दो प्रतिशत अर्नेस्ट मनी जमा करना पड़ेगा। वहीं जिसकी लॉटरी में दुकान नहीं निकलती है, उसकी अर्नेस्ट मनी दो महीने की जगह इस बार 15 दिनों में वापस होगी। आयुक्त उत्पाद ने दुकानदारों से विभाग के वेबसाइट व लिंक को ही फालो करने को कहा।








