सोशल संवाद / जमशेदपुर : सरयू राय जान गए हैं कि इस चुनाव में उनकी हार सुनिश्चित है. इस वजह से वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. इसी कारण वे बेवजह अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं. वैसे भी सरयू राय दूसरों पर इल्जाम लगाने में माहिर हैं. जमशेदपुर पूर्वी की जनता से पूछिए कि पिछले चुनाव में मंत्री रहते हुए गली गली में घूमकर अपने ही मुख्यमंत्री पर दोषारोपण कर रहे थे. तब ये कहते थे कमल को हराना है, आज कहते हैं कि कमल ही सिलेंडर है. सीडी नेता सरयू राय झूठे किस्से गढ़कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं. दूसरों पर झूठे आरोप लगाना उनकी आदत है.
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गत लोकसभा चुनाव में वे धनबाद के भाजपा प्रत्याशी ढुल्लु महतो पर इल्जाम लगा रहे थे. पिछले विधानसभा चुनाव में वे रघुवर दास पर आरोप लगाते थे. उसके पहले वे मधु कोड़ा पर आरोप लगा रहे थे. ये तीनों नेता आज भाजपा से जुड़े हुए हैं और आज सरयू राय खुद भाजपा की नाव पर सवार होकर नैया पार करना चाहते हैं. किंतु मतदाता अब भगोड़ा नेता का चाल चरित्र जान गई है, इसलिए पलटूराम के किसी झांसे में नहीं आएगी.
रही बात कल की घटना की, तो जहां तक मुझे जानकारी मिली है कि कल दो गुटों में हिंसक झड़प हुई है. दोनों ही पक्षों की ओर से कदमा थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है. सरयू राय जिस व्यक्ति को मेरा करीबी बता रहे हैं. वो कल तक सरयू राय के साथ घूमता फिरता उठता बैठता था. किंतु आज जब चुनाव में वो उनका साथ नहीं दे रहा है, तो उन्हें तकलीफ हो रही है.
मैं सरयू राय के साथ उसकी तस्वीर साझा कर रहा हूँ. सरयू राय खुद को वाशिंग मशीन समझते हैं. जो उनके साथ रहे वो संत और जो मेरे साथ रहे वो गुंडे बदमाश, सरयू राय और रायता मत फैलाइये. एक आंख में काजल- एक आंख में सुरमा अब यह नहीं चलेगा, जनता सब जान गई है. असल में सरयू राय इस बयान की आड़ में जमशेदपुर पश्चिमी के युवा कार्यकर्त्ताओं को डराने धमकाने का काम कर रहे हैं.