सोशल संवाद/जमशेदपुर: सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में टाटा स्टील प्रोक्योरमेंट विभाग के उच्चस्थ पदाधिकारियों अमिताभ बक्षी, मालविका चटर्जी, राणा दास, रजत मधुर के साथ कोल्हान में औद्योगिक विकास, टाटा स्टील में स्थानीय व्यवसायियों, उद्यमियों एवं वेंडरों को प्राथमिकता, उनके समस्याओं के निदान हेतु चर्चा की गई। यह जानकारी अध्यक्ष विजय आनंद मूनका एवं मानद महासचिव मानव केडिया ने दी।
उन्होंने बताया टाटा स्टील के प्रबंध निदेषक टी.वी. नरेन्द्रन एवं उच्च अधिकारियों के साथ चैम्बर में आयोजित बैठक में उनके समक्ष यह मुद्दा उठाया गया था कि कोल्हान में औद्योगिक विकास हेतु टाटा स्टील में स्थानीय वेंडरों को प्राथमिकता के आधार पर स्थान दिया जाय एवं उनके साथ किये जा रहे व्यवसाय के दौरान हो रही समस्याओं का निदान हो। इसके पश्चात् प्रोक्योरमेंट विभाग अधिकारियों को निर्देश दिया गया था की चैम्बर के समन्वय बनाकर इसपर ध्यान दिया जाय।
इसके बाद प्रोक्योरमेंट विभाग के उच्च पदाधिकारियों द्वारा चैम्बर को आमंत्रित कर बैठक आयोजित किया गया था जिसमें इससे संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की गई थी। और इसमें निर्णय हुआ था कि प्रत्येक तीन महीने में प्रोक्योरमेंट विभाग के साथ चैम्बर की यह बैठक आयोजित की जायेगी। चैम्बर के आग्रह पर इसबार यह बैठक चैम्बर भवन में आयोजित किया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में व्यवसायी एवं उद्यमियों प्रोक्योरमेंट विभाग के अधिकारियों से रूबरू होकर अपनी बात रख सके।
अध्यक्ष ने कहा कि इसी के तहत उपरोक्त बैठक चैम्बर भवन में आयोजित किया गया। वर्तमान में टाटा स्टील एवं इसके समूह की कंपनियों के द्वारा स्थानीय पेषेवर संस्थानों को अवसर प्रदान करना चाहिए क्योंकि इनके पास कंपनी के अनुरूप सेवा देने का पूरा तंत्र मौजूद है।
अध्यक्ष मूनका ने बताया कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए आत्मनिर्भर भारत के सपने को भी पूरा किया जा सकता है। चंूकि टाटा स्टील एक स्वदेषी कंपनी है इसलिये स्वदेषी कंपनियों को बढ़ावा देने पर फोकस किया जाना चाहिए।
सिंहभूम चैम्बर की ओर अध्यक्ष ने इस अवसर पर कहा कि स्थानीय वेंडर कंपनी के स्थापना काल से जुड़े हैं और सुख-दुख के साथी रहे है। जब भी कोई समस्या आई टाटा कंपनी के साथ खड़े रहे चाहे वह मंदी का समय हो, कोरोना काल हो या अन्य कोई विपरित परिस्थिति सामानों की सप्लाई को बाधित न करते हुए निरंतर जारी रखा और टाटा कंपनी को मजबूत स्थिति में बनाये रखा। इसलिये कंपनी को भी स्थानीय वेंडरों पर अपना भरोसा जताते हुये उन्हें व्यवसाय करने में ज्यादा से ज्यादा महत्व स्थानीय वेंडरों, व्यवसायियों और उद्यमियों को देना चाहिए।
यह पहली बार है कि टाटा स्टील के प्रोक्योरमेंट के उच्च अधिकारियों ने चैम्बर आकर स्थानीय वंेडरों से रूबरू हुये और उनकी समस्याओं को सुनते हुये चर्चा की।
इस अवसर पर कई व्यापारी, उद्यमी उपस्थित थे और कईयों ने अपनी मन की जिज्ञासाओं को प्रष्नों के रूप में रखा और उनका उत्तर टाटा स्टील प्रोक्योरमेंट के अधिकारियों ने दिया।
इस अवसर पर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, मानद महासचिव मानव केडिया, महेष सोंथालिया, मुकेष मित्तल, सचिव भरत मकानी, पीयूष चौधरी, कोषाध्यक्ष किषोर गोलछा, पूर्व अध्यक्षगण ए.के. श्रीवास्तव, निर्मल काबरा, सुरेष सांेथालिया, भरत वसानी, राजीव अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, बी.एन. शर्मा, आनंद चौधरी, मोहित मूनका, षिवषंकर सिंह, आकाष मोदी, शुभम सेन, पवन शर्मा, रामू देबुका, सौरव सोंथालिया, राजेष पसारी, संजय शर्मा, उमंग अग्रवाल, ओपी ईनानी, चेतन गर्ग, हर्षद साह, कमल मकाती, हारून खान, जसपाल सिंह, विक्रम लोधा, ज्ञान तनेजा, कृष्णा भालोटिया, रमेष सिंहानिया, एन.के. जैन, अखिलेष दूबे, विवेक पुरोहित, गितेष सिंघल, मनीष अगीवाल, उपेन्द्र चतरथ, अनस खान, सैकत घोष, समीर सिंह, रमेष सिंहानिया, ए.के. कुटटी, रवि कुमार, संजय साह, हंसराज मूनका, मनीषा श्रीवास्तव, विकेष दुबे के अलावा सैकड़ों की संख्या में स्थानीय वेंडर, व्यवसायी एवं उद्यमी मौजूद थे।