सोशल संवाद/डेस्क : आदिवासी समन्वय समिति और संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन के तत्वावधान में एक प्रतिनिधि मंडल डॉक्टर रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान के निदेशक से मिला और ज्ञापन सौंपा। इस दौरान निदेशक से प्रतिनिधिमंडल ने कुड़मी/ कुरमी जाति के आदिवासी (ST) बनने के दावे को निराधार क़रार देते हुए कहा कि टी आर आई रिपोर्ट बार- बार ख़ारिज होना, कलकत्ता हाईकोर्ट सहित अन्य न्यायालय द्वारा ख़ारिज किया जाना।
सभी गेजेटियर इसके खिलाफ होना साबित करता है कि ये जाति किसी भी दृष्टिकोण से आदिवासी (ST) हो नही सकते हैं। वहीं इसके पक्ष में कई सारे दस्तावेज दिखाया गया तथा वार्ता के दौरान जानकारी दिया गया। निदेशक ने भी बहुत गंभीरतापूर्वक आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधिमंडल की बातों को सुना। इस प्रतिनिधिमंडल में आदिवासी समन्वय समिति झारखंड के लक्ष्मी नारायण मुंडा, सुनील टोप्पो,, संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन के सुधीर किस्कू, माणिक सरदार, बुध्देश्वर टुडू, जगदीश सरदार, ललित सरदार शामिल थे।