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Modi बोले- दूसरे देशों पर निर्भरता हमारी सबसे बड़ी दुश्मन: 100 दुखों की एक दवा आत्मनिर्भर भारत

By Aditi Pandey

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Modi said – dependence on other countries is our biggest enemy

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सोशल संवाद/डेस्क: Prime Minister Narendra Modi शनिवार को एक दिन के गुजरात दौरे पर पहुंचे। उन्होंने भावनगर में करीब 35 मिनट तक जनता को संबोधित किया। PM ने विकसित भारत, कानूनों में बदलाव और आत्मनिर्भर भारत का जिक्र किया।

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PM Modi ने कहा कि भारत आज विश्व बंधु की भावना से आगे बढ़ रहा है। दुनिया में हमारा कोई दुश्मन नहीं है। सच में अगर हमारा कोई दुश्मन है तो वो है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता। हमें मिलकर भारत के इस दुश्मन को हराना है।
दूसरों पर निर्भर रहेंगे तो हमारे आत्मसम्मान को चोट पहुंचेगी। हम भावी पीढ़ी के भविष्य को दांव पर नहीं लगा सकते, इसलिए कहते हैं 100 दुखों की एक दवा, वो है आत्मनिर्भर भारत।

PM Modi सुबह 10 बजे भावनगर पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने एयरपोर्ट से जवाहर ग्राउंड तक रोड शो किया। ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम में सौराष्ट्र और गुजरात में 34,200 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का वर्चुअली उद्घाटन और शिलान्यास किया। ये योजनाएं पोर्ट्स, शिपिंग एंड वाटरवेज मंत्रालय, गुजरात मैरीटाइम बोर्ड और अन्य राज्यों के समुद्री बोर्ड से जुड़ी हुई हैं।

PM Modi का संबोधन, 3 बड़ी बातें…

  • दूसरे देशों पर निर्भरता सबसे बड़ा दुश्मन: भारत आज विश्व बंधु की भावना से आगे बढ़ रहा है। दुनिया में हमारा कोई दुश्मन नहीं है। सच में अगर हमारा कोई दुश्मन है तो वो है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता। यह हमारा दुश्मन है। हमें मिलकर भारत के इस दुश्मन को हराना है। हमें यह बात हमेशा दोहराना है जितनी ज्यादा विदेशी निर्भरता, उतनी ज्यादा देश की विफलता। दुनिया में शांति स्थिरता और समृद्वि के लिए दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश को आत्मनिर्भर रहना पड़ेगा। दूसरों पर निर्भर रहेंगे तो हमारे आत्मसम्मान को चोट पहुंचेगी। हम भावी पीढ़ी के भविष्य को दांव पर नहीं लगा सकते इसलिए कहते हैं 100 दुखों की एक दवा, वो है आत्मनिर्भर भारत।
  • कांग्रेस ने कौशल को नजरअंदाज किया: भारत में कौशल की कमी नहीं है, लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस ने इसे नजरअंदाज किया। छह-सात दशकों तक भारत वो सफलता हासिल नहीं कर सका जिसके हम हकदार थे। इसके दो बड़े कारण थे, लंबे समय तक कांग्रेस सरकार ने देश को लाइसेंस कोटा राज में लटकाए रखा।
    जब ग्लोबलाइजेशन का दौर आया तो इम्पोर्ट का रास्ता पकड़ लिया, उसमें भी करोड़ों के घोटाले कर दिए। देश के नौजवानों का बहुत नुकसान किया। इन नीतियों ने भारत की असली ताकत को सामने आने से रोक दिया। साथियों देश का कितना नुकसान हुआ, इसका उदाहरण हमारा शिपिंग सेक्टर है। भारत सदियों से एक समुद्री ताकत था। हम शिप बिल्डिंग के सेंटर हुआ करते थे।
  • 100 साल पर विकसित भारत का सपना: भारत को अगर 2047 तक विकसित होना है तो आत्मनिर्भर होना पड़ेगा। आत्मनिर्भर होने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। 140 करोड़ देशवासियों को एक संकल्प लेना चाहिए कि चिप हो या शिप, हमें भारत में ही बनानी है।
    अब बिजनेस और कारोबार को और सरल करना है। मानसून सेशन के दौरान संसद में हमने कई पुराने कानूनों को बदला है जो अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे हैं। मैरीटाइम सेक्टर में रिफॉर्म किया है। इन कानूनों के आने से शिपिंग सेक्टर में बड़ा बदलाव आने वाला है।

PM Modi ने मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल का वर्चुअली किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भावनगर से वर्चुअली बैलार्ड पियर पर अत्याधुनिक मुंबई इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल (MICT) का इनॉगरेशन किया। यह देश का सबसे बड़ा क्रूज टर्मिनल है, जिसे ‘क्रूज भारत मिशन’ के तहत विकसित किया गया है। करीब 4.15 लाख वर्ग फुट में फैला यह टर्मिनल हर साल 10 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है।
इस टर्मिनल पर एक साथ 5 क्रूज शिप खड़े हो सकेंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए इसमें 72 चेक-इन और इमिग्रेशन काउंटर बनाए गए हैं। केंद्रीय पोत, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि मुंबई का समुद्री इतिहास बेहद समृद्ध है और यह टर्मिनल भारत को वैश्विक क्रूज पर्यटन हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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