सोशल संवाद/डेस्क : पीएम मोदी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में करीब 32 मिनट का संबोधन दिया। पीएम ने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान, ममता सरकार के भ्रष्टाचार और केंद्र की नीतियों का जिक्र किया। पीएम ने कहा, ‘पाकिस्तान समझ ले 3 बार मोदी के स्पीच की 6 बड़ी बातें, कहा- बंगाल में गुंडागर्दी को खुली छूट दी गई में घुसकर मारा है। हम शक्ति को पूजने वाले लोग हैं। बंगाल टाइगर की धरती से 140 करोड़ भारतीयों का ऐलान है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।’
यह भी पढ़े : आदिवासी समुदायों के अधिकारों को मान्यता देने वाला पेसा अधिनियम 1996 में किया गया था लागू, झारखंड वंचित
राज्य की सत्ताधारी पार्टी TMC पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि, केंद्र की बीजेपी सरकार देशभर में गरीबों को पक्के घर दे रही लेकिन यहां लाखों परिवारों का घर नहीं बन पा रहा है क्योंकि टीमएसी के लोग इसमें भी गरीब के पास से कट और कमीशन की मांग कर रहे हैं।
पीएम को आज तीन राज्यों में जाना था। सिक्किम दौरा रद्द होने के बाद वे पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार पहुंचे। यहां सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। शाम को पीएम बिहार जाएंगे। शाम 5:45 बजे पटना एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का इनॉगरेशन करेंगे। फिर रात में राजभवन में रुकेंगे।
मोदी के स्पीच की 6 बड़ी बातें, कहा- बंगाल में गुंडागर्दी को खुली छूट दी गई
ऑपरेशन सिंदूर पर:
आज जब सिंदूर खेला की इस धरती पर आया हूं तो आतंकवाद को लेकर भारत के नए संकल्प की चर्चा स्वाभाविक है। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने जो बर्बता की उसके बाद बंगाल में बहुत गुस्सा था। उसको मैं समझता था आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने का दुस्साहस किया। हमारी सेना ने उनको सिंदूर की शक्ति का अहसास करा दिया। हमने आतंक के उन ठिकानों को तबाह किया। जिनकी पाकिस्तान ने कल्पना नहीं की थी। आतंक को पालने वाले पाकिस्तान के पास दुनिया को देने के लिए कुछ भी पॉजिटिव नहीं है। जब से वे अस्तित्व में आए हैं तब से आतंक को पाला है। 1947 में बंटवारे के बाद से ही भारत पर आतंकी हमला किया। कुछ सालों बाद बांग्लादेश में आतंक फैलाया। पाक सेना ने बांग्लादेश में रेप किया मर्डर किया। उसे कोई नहीं भूल सकता। आंतक और नरसंहार पाकिस्तान की विशेषज्ञता है। सीधी लड़ाई में उनकी हमेशा हार होती है। यही कारण है पाकिस्तान की सेना आतंकियों को सहारा लेती है। लेकिन पहलगाम हमले के बाद अब भारत ने दुनिया को बता दिया कि भारत पर अब आतंकी हमला हुआ तो दुश्मन को उसकी कीमत चुकानी होगी।
केंद्र की योजनाओं पर: बंगाल की सरकार केंद्र की योजनाओं को लागू नहीं होने दे रही। आयुष्मान योजना का बंगाल में फायदा नहीं मिल रहा है। निर्मम सरकार ने बंगाल के अपने लोगों के आयुष्मान कार्ड देने ही नहीं दिया। यहां कई विश्वकर्मा भाई बहन लोग हैं। ये हाथ का हुनर रखते हैं। भाजपा इनके लिए विश्वकर्मा योजना लाई है। इसके तहत ट्रेनिंग, पैसा दिया गया है। लेकिन बंगाल में आठ लाख एप्लीकेशन अटकी पड़ी है निर्मम सरकार उस पर बैठ गई है। हमने पीएम जनमन योजना बनाई है। बंगाल में बहुत बड़ा आदिवासी समाज है TMC सरकार ने योजना को यहां लागू नहीं किया। इन्हें आदिवासी सम्मान की परवाह नहीं है। जब एनडीए ने आदिवासी महिला को राष्ट्रपति के लिए उम्मीदवार बनाया तो TMC विरोध करने वाली पहली पार्टी थी।
बंगाल में 5 संकट पर: आज बंगाल एक साथ कई संकटों से घिरा हुआ है। पहला संकट: समाज में फैली हिंसा और अराजकता का है। दूसरा: माताओं बहनों की असुरक्षा का है। उन पर हो रहे जघन्य अपराधों का है। तीसरा: नौजवानों की बेरोजगारी का है। चौथा: करप्शन का है। पांचवां- गरीबों का हक छीनने वाली सत्ताधारी पार्टी का है।
मुर्शिदाबाद और मालदा हिंसा पर:
मुर्शिदाबाद और मालदा में जो कुछ हुआ है, वो यहां की सरकार की निर्ममता का उदाहरण है। गरीबों की पूंजी राख कर दी गई। तुष्टिकरण के नाम पर गुंडागर्दी को खुली छूट दी गई। विधायक और कॉरपोरेटर लोगों के घरों को चिन्हित करके जलाते हैं। पुलिस तमाशा देखती है। मैं बंगाल की जनता से पूछता हूं कि क्या सरकारें ऐसे चलती हैं। साथियों बंगाल की जनता पर हो रहे इन अत्याचारों को यहां की निर्मम सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। यहां हर बात पर कोर्ट को दखल देना पड़ता है।
बंगाल के करप्शन:
करप्शन का सबसे बुरा असर नौजवानों पर पड़ता है, गरीबों पर पड़ता है। ये चारों तरफ बर्बादी लाता है। ये हमने टीचर भर्ती घोटाले में देखा है। इस सरकार ने अपने शासन में हजारों टीचर का भविष्य बर्बाद कर दिया। टीएमसी के घोटालेबाजों ने सैकड़ों बेटे बेटियों को अंधकार में धकेल दिया है। ये सिर्फ कुछ हजार टीचर्स के साथ धोखा नहीं है बल्कि पूरे एजुकेशन सिस्टम को खराब कर दिया।
TMC कट और कमीशन पर:
केंद्र की बीजेपी सरकार देशभर में गरीबों को पक्के घर दे रही, लेकिन यहां लाखों परिवारों का घर नहीं बन पा रहा है, क्योंकि टीमएसी के लोग इसमें भी गरीब के पास से कट और कमीशन की मांग कर रहे हैं।