सोशल संवाद/ डेस्क: देवघर में हुए भीषण हादसे में ड्राइवर समेत छह कांवरियों की मौत के बाद राजनीति शुरू हो गई है। हादसे के कुछ देर बाद गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने सोशल मीडिया हैंडल (एक्स) पर ट्वीट किया कि उनके लोकसभा देवघर में श्रावण मास में कांवर यात्रा के दौरान बस और ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
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देवघर जिला प्रशासन की ओर से डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि इस हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है, जिसमें पांच कांवरिया और एक बस का ड्राइवर है, जो स्थानीय है। उधर, निशिकांत दुबे के ट्वीट को लेकर गोड्डा के पूर्व सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सांसद फुरकान अंसारी ने कहा कि निशिकांत दुबे द्वारा सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी पूरी तरह से भ्रामक और तथ्यहीन है। ट्वीट में निशिकांत ने दावा किया है कि इस हादसे में 18 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई है, जबकि प्रशासनिक रिपोर्ट में अब तक कुल 6 श्रद्धालुओं की मृत्यु की पुष्टि हुई है।
फुरकान ने कहा कि इस प्रकार की गंभीर घटना पर भ्रामक जानकारी फैलाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कोई पहली बार नहीं है, जब निशिकांत दुबे ने तथ्यहीन बयान देकर जनता को गुमराह किया हो। वे अक्सर बिना पुष्टि के बयान देकर सस्ती लोकप्रियता बटोरने में लगे रहते हैं। चाहे संसद का मंच हो या सोशल मीडिया। यह उनके गैर-जिम्मेदाराना रवैये को दर्शाता है।
ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर सच और संयम के साथ बयान देना हर जनप्रतिनिधि का कर्तव्य है। झूठी और बढ़ा-चढ़ाकर दी गई सूचनाएं न सिर्फ जनभावनाओं को आहत करती है, बल्कि शोकाकुल परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है। सांसद द्वारा फैलाई गई गलत जानकारी के कारण कांवरियों में भय और भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे कांवर यात्रा पेनिक बन गई। सांसद को अपने बयान को तुरंत सुधारना चाहिए और जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए।








