सोशल संवाद /डेस्क : भारतीय निवेश जगत में इस वक्त सबसे बड़ी चर्चा Groww के आईपीओ की है। देश की लोकप्रिय ऑनलाइन ब्रोकरेज कंपनियों में से एक, ग्रो (Groww) ने अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लॉन्च किया है, जिसका निवेशक लंबे समय से इंतज़ार कर रहे थे। कंपनी ने अपने शेयर का मूल्य बैंड ₹95 से ₹100 प्रति शेयर तय किया है। इस आईपीओ का कुल आकार ₹6,632.3 करोड़ रुपये का है, जो इसे इस साल के सबसे चर्चित इश्यू में से एक बनाता है।
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इस बीच, ज़ेरोधा (Zerodha) के सह-संस्थापक नितिन कामथ (Nithin Kamath) ने अपने प्रतिद्वंदी लेकिन उद्योग के साथी ललित केशरे (Lalit Keshre), जो ग्रो के सीईओ हैं, को उनके आईपीओ लॉन्च के लिए बधाई दी। नितिन कामथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा—
“ग्रो टीम और ललित केशरे को आईपीओ की शुभकामनाएं। दिलचस्प बात यह है कि ग्रो के आईपीओ के कुल आवेदनों में से करीब 20% आवेदन ज़ेरोधा के ऑनलाइन कस्टमर्स से आए हैं।”
इस ट्वीट के जवाब में ललित केशरे ने भी सौहार्दपूर्ण प्रतिक्रिया दी और लिखा—
“शुक्रिया नितिन कामथ, आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।”
यह बातचीत न केवल दोनों कंपनियों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भारतीय फिनटेक सेक्टर में अब सहयोग और पारदर्शिता को प्राथमिकता दी जा रही है।
Groww IPO को मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स
ग्रो का आईपीओ 5 नवंबर को खुला था और 7 नवंबर तक निवेशकों के लिए उपलब्ध रहेगा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के अनुसार, दूसरे दिन तक यह इश्यू 1.36 गुना सब्सक्राइब हो चुका था।
- क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने 0.14 गुना तक आवेदन किया।
- नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने 1.76 गुना सब्सक्रिप्शन दिखाया।
- जबकि रिटेल इन्वेस्टर्स की भागीदारी सबसे अधिक रही, उन्होंने 4.46 गुना तक बुकिंग की।
यह आंकड़े बताते हैं कि रिटेल निवेशक ग्रो के आईपीओ को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
एंकर निवेशकों से जुटाए ₹2,985 करोड़
आईपीओ लॉन्च से पहले ही ग्रो ने 3 नवंबर को अपने एंकर निवेशकों से ₹2,985 करोड़ रुपये जुटा लिए थे। कंपनी ने 29.84 करोड़ इक्विटी शेयर एंकर निवेशकों को ₹100 प्रति शेयर की दर से आवंटित किए। इस राउंड में देश की शीर्ष म्यूचुअल फंड कंपनियां जैसे HDFC MF, Kotak MF, SBI MF, Axis MF और Nippon India ने हिस्सा लिया।
यह दिखाता है कि घरेलू संस्थागत निवेशक भी ग्रो के भविष्य को लेकर भरोसा रखते हैं।
ग्रो बनाम ज़ेरोधा: स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का नया दौर
ग्रो और ज़ेरोधा दोनों ही भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म कंपनियां हैं। दोनों ने निवेश की दुनिया में लाखों नए यूज़र्स को जोड़ा है। जहां ज़ेरोधा अपने कम ट्रेडिंग चार्ज और एनालिटिक्स टूल्स के लिए जानी जाती है, वहीं ग्रो ने स्मूद ऐप एक्सपीरियंस और आसान निवेश विकल्पों से युवाओं को आकर्षित किया है।
नितिन कामथ द्वारा ललित केशरे को दी गई शुभकामनाएं यह दर्शाती हैं कि दोनों कंपनियां प्रतिस्पर्धा के बावजूद एक-दूसरे की सफलता को सराहती हैं। इस तरह की स्पोर्ट्समैनशिप भारतीय स्टार्टअप ईकोसिस्टम के लिए प्रेरणादायक है।
आगे क्या?
आईपीओ 7 नवंबर तक खुला रहेगा और 10 नवंबर को इसके शेयर अलॉटमेंट की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। इसके बाद 12 नवंबर को यह बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर लिस्ट होगा। निवेशकों को उम्मीद है कि लिस्टिंग के दिन ग्रो का स्टॉक शानदार ओपनिंग देगा।
निवेशकों की उम्मीदें
विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रो का बिजनेस मॉडल, डिजिटल फोकस और तेजी से बढ़ता यूज़र बेस इसे एक मजबूत फिनटेक ब्रांड बनाता है। पिछले कुछ सालों में ग्रो ने न सिर्फ म्यूचुअल फंड और शेयर ट्रेडिंग, बल्कि यूज़र फ्रेंडली फाइनेंशियल लर्निंग प्लेटफॉर्म के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है।
ग्रो का आईपीओ सिर्फ एक फाइनेंशियल इवेंट नहीं, बल्कि भारतीय फिनटेक सेक्टर के विकास का संकेत है। वहीं, ज़ेरोधा के नितिन कामथ की प्रतिक्रिया यह दिखाती है कि आज की प्रतिस्पर्धा केवल मुनाफे की नहीं, बल्कि इंडस्ट्री के समग्र विकास की है।








