सोशल संवाद/डेस्क : उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नामांकन फाइल करने वाले कॉमिडियन श्याम रंगीला पर्चा खारिज कर दिया गया। इसके बाद एक वीडियो मैसेज में उन्होंने कहा- 55 कैंडिडेट यहां से लड़ना चाह रहे थे। उनमें से 36 का पर्चा खारिज कर दिया गया है। मुझे इलेक्शन कमीशन पर हंसी आ रही है, लेकिन मैं हंसू या रोऊं। मैं क्या करूं? रंगीला ने बुधवार को नामांकन खारिज होने की सूचना मिलने पर कहा- डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने मुझे बताया कि मेरे पेपर्स में कुछ कमी है। मैंने शपथ नहीं ली है।
नामांकन करते वक्त उन्होंने मेरे वकील को भी अंदर नहीं जाने दिया था। मुझे अकेले ही नामांकन भरने अंदर जाना पड़ा। मुझे नामांकन की जटिल प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं थी। DM ने भी मुझे नहीं बताया।
रंगीला ने बुधवार को कहा था कि मैं हंसाने वाला कलाकार हूं, लेकिन आज कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं। अब सोचता हूं कि कॉमेडी ही बेहतर फील्ड है, राजनीति मेरे बस की बात नहीं। शायद गंगा मां का मुझे आशीर्वाद नहीं मिला। वाराणसी जिला प्रशासन ने नामांकन प्रक्रिया से भ्रमित किया है। उधर, वाराणसी के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट एस राजालिंगम ने कहा- रंगीला के नॉमिनेशन पेपर्स की स्क्रूटनी उनकी मौजूदगी में ही की गई थी। दस्तावेज में कमियां थीं, जिसके बारे में उन्हें बताया भी गया था। रंगीला का नामांकन इसलिए खारिज किया गया, क्योंकि उन्होंने शपथ नहीं ली थी और उनके द्वारा दायर किया गया एफिडएविड भी अधूरा था।