सोशल संवाद/डेस्क : मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में अंत्योदय रियरिंग द रेयर संस्था ने जोबला सबर बस्ती के ग्रामीणों में चूड़ा, दही, तिलकुट आदि का वितरण किया। संस्था के अहम सदस्य हरिओम जी के शादी के उपलक्ष्य में ग्रामीण सह भोज का आयोजन किया गया।बुजुर्ग ग्रामीणों का कहना है कि उनके जीवन काल में यह पहली बार है जब कोई संस्था मकर पर्व में उन्हें चुरा दही और तिलकुट भेंट किया। दीपक जी ने युवाओं में खेल के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु उन्हें फुटबॉल और जर्सी प्रदान किया। साथ ही कुछ फलदार पौधों का भी रोपण किया गया जिसका संरक्षण ग्राम वासी करेंगे और संस्था उन पौधों की स्थिति के बारे में जानकारी लेती रहेगी।
संस्था के संस्थापक आशुतोष सिन्हा ने मकर संक्रांति पर्व के बारे में बतलाया कि हमारे सभी पर्व चंद्र मास के आधार पर निर्धारित होते हैं। मकर संक्रांति एक मात्र ऐसा पर्व है जो जो सौर मास पर आधारित होता है। इस दिन सूर्य दक्षिण से उत्तर की ओर हो जाता है जिसे उतरायण कहा जाता है और इस दिन से ही दिन बड़े और रात छोटी होने लगती है। इसी दिन गंगा जी भागीरथी के अनुसरण करते हुए सागर में मिली थीं।और सूर्य का अपने पुत्र शनि से मिलन हुआ था। शनि देव ने काले तिल से सूर्य का स्वागत किया था। इसे देव पर्व भी कहा जाता है। मकर संक्रांति का यह पर्व कई नामों से भारत और नेपाल के विभिन्न प्रदेशों में मनाई जाती है।
इस अवसर पर संस्था के सदस्यों और ग्रामीण नवयुवकों के मैत्रीपूर्ण फुटबॉल मैच का भी आयोजन किया गया। ग्रामीणों को इस पर्व के उपलक्ष्य में कपड़ो का भी वितरण किया गया। अंत में ग्रामीण के साथ मिल कर भोजन भी किया गया। इस अवसर पर जितेंद्र जी और देवमुनी तिवारी जी सपत्नीक उपस्थित रहे और दीपक जी, मणि जी, कौशलेंद्र जी, कृष्णा जी, मलय जी, सोनू जी, विकास जी, विनोद जी, अमन जी, शत्रुघ्न जी, प्रियंका जी, हरिओम जी, दीप्ति जी भी उपस्थित रहे।