सोशल संवाद/ डेस्क : आजकल हर मनुष्य की ज़िन्दगी भागदौड़ भरी जिंदगी मे सामिल हो गयी है व्यक्ति के पास समय की बेहद कमी हो गई ह. ऐसे में मनुष्य को कई तरह से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.यदि आप चाहते हैं कि आपका शरीर फिट और तंदरुस्त रहे तो आपको नियमित रूप से योगाभ्यास करना चाहिए, परंतु आपके पास समय का आभाव है तो आप प्रतिदिन सिर्फ सूर्य नमस्कार करके ही अपने आप को स्वस्थ और तरोताजा रख सकते हैं. आइए जानते हैं सूर्य नमस्कार के अभ्यास का सही तरीका.
ऐसे करें शुरुआत
सबसे पहले मैट लगाकर अपनी सुविधानुसार किसी भी आसन में बैठ जाएं.
कमर गर्दन सीधी करते हुए आंखें बंद करें.
अब अपना सारा ध्यान अपने शरीर में आती जाती सांसों पर केंद्रित करें
लंबी गहरी सांस लेते और छोड़ते हुए दोनों हाथों को आपस में जोड़कर ओम का जाप करें.
1 .प्रणामासन
इस आसन को करने के लिए योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और अपने दोनों पैरों को मिला लें. इस दौरान अपनी कमर सीधी रखें. अब हाथों को अपने सीने के पास लाएं और प्रणाम करें.
2. हस्तउत्तनासन
प्रणामासन में खड़े होकर अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं और सीधा रखें. अब अपने हाथों को प्रणाम करने की मुद्रा में ही पीछे की करफ ले जाएं और अपनी कमर को पीछे की तरफ झुका लें.
3. पादहस्तासन
पादहस्तासन करने के लिए धीरे-धीरे सांस छोड़ें. अब आगे की ओर झुकते हुए अपने हाथों से पैरों की उंगलियों को छुएं. इस मुद्रा में आपका सिर घुटनों से मिल जाएगा.
4. अश्व संचालनासन
इस आसन के लिए राइट पैर पीछे की ओर ले जाएं. इस पैर का घुटना जमीन से छूना है. इस दौरान दूसरे पैर को मोड़ें. अपनी हथेलियों को जमीन पर सीधा रखें और ऊपर सिर रखकर सामने की ओर देखें.
5. दंडासन
इस आसान को करते समय अपने दोनों हाथों और पैरों को सीधा और एक ही लाइन में रखें. इसके बाद पुश-अप करने की अवस्था में आ जाएं.6
6 अष्टांग नमस्कार
अब अपनी हथेलियों, चेस्ट, घुटनों और पैरों को जमीन से सटाएं. अब इस अवस्था में रहें.
7. भुजंगासन
इस अभ्यास के लिए अपनी हथेलियों को जमीन पर रखें और पेट को जमीन से सटाते हुए गर्दन को पीछे की ओर झुकाएं.
8. अधोमुख शवासन
अधोमुख शवासन को पर्वतासन भी कहा जाता है. इसके के लिए अपने पैरों को जमीन पर सीधा रखें. अब कूल्हे को ऊपर की ओर उठा लें. अपने कंधों को सीधा रखें और मुंह को अंदर की तरफ रखें.
9. अश्व संचालनासन
इसके लिए अपने राइट पैर पीछे की ओर ले जाएं. ध्यान रहे कि घुटना जमीन से मिलना चाहिए. अब अपने दूसरे पैर को मोड़े और हथेलियों से जमीन को छुएं. सिर को आसमान की ओर रखें.