सोशल संवाद/नई दिल्ली : नवरात्र और दुर्गा पूजा के अवसर पर दिल्ली का वातावरण एकदम बदला हुआ सा दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का कहना है कि वह लगातार अनेक कार्यक्रमों में भागीदारी कर रही हैं और उन्हें लग रहा है कि देश की राजधानी दिल्ली में विकास की बयार के साथ-साथ सांस्कृतिक उत्सव की सुगंध भी बिखरी हुई है। उनका कहना है कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि पूरी दिल्ली में रामलीलाएं आयोजित की जा रही हैं तो दुर्गापूजा, डांडिया व गरबा नृत्य भी एक-साथ चल रहे हैं। अब तो ओणम पर्व भी आयोजित हो रहे हैं तो दक्षिण भारत का फूलों से जुड़ा पर्व ‘बथुकम्मा’ भी अपनी ‘सुगंध’ बिखेर रहा है। मुख्यमंत्री का कहना है कि इन आयोजनों में युवाओं की भागीदारी दिल को छू रही है। पहली बार दिल्ली के युवा ऐसे पर्व में उमंग व उल्लास से भरे दिखाई दे रहे हैं। मुख्चमंत्री के अनुसार ऐसे कार्यक्रमों में जाकर उनका उत्साह बढ़ता है, साथ ही आनंद भी मिलता है।
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सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़ता लोगों का उत्साह
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार की रात विभिन्न सांस्कृतिक उत्सवों में भाग लिया। इसके अलावा वह रोजाना रामलीलाओं में जाकर प्रभु श्रीराम की वंदना भी कर रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर चल रहे ‘सेवा पखवाड़े’ में दिल्ली सरकार के नेतृत्व में पूरी दिल्ली में विकास चल रहे हैं। इनमें मल्टीलेवल पार्किंग और एशिया के सबसे बड़े एसटीपी जैसी योजनाओं का उद्घाटन भी शामिल है। मुख्यमंत्री का स्पष्ट कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी को ‘विकसित दिल्ली’ बनाने के लिए दिल्ली सरकार की हर प्रकार से मदद कर रहे हैं, जिसके चलते ही सालों बाद विकास की योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। हर इलाके के साथ-साथ हर वर्ग का ध्यान रखा जा रहा है। पूरी दिल्ली गंभीरता से महसूस कर रही है कि वाकई सालों बाद दिल्ली में वे विकास कार्य हो रहे हैं, जिसकी देश की राजधानी हकदार है। मुख्यमंत्री का कहना है कि इस दौरान एक और बदलाव उन्हें जज्बाती बना रहा है, वह है दिल्ली में आयोजित हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोगों का बढ़ता उत्साह, उनकी भरपूर भाागीदारी और उनके अंदर राजधानी को एक विशेष पहचान दिलाने की ललक अब साफ महसूस की जा सकती है।

उत्सवों में युवाओं की भागीदारी विशेष बन रही है
मुख्यमंत्री का कहना है कि कल शनिवार को इसी कड़ी में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय कैंपस में दो सांस्कृतिक उत्सवों में भागीदारी की। इनमें रग्बी ग्राउंड में डांडिया व गरबा नाइट और रामजस कॉलेज में तेलंगाना राज्य के प्रसिद्ध बथुकम्मा उत्सव। दिल्ली के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब देश की राजधानी में सुदूर प्रदेशों के पर्व इतने अधिक उमंग व उत्साह से मनाए जा रहे हैं और इनमें युवाओं की भागीदारी विशेष पहचान बना रही है। मुख्यमंत्री ने ऐसे आयोजनों के लिए संस्कृति और भाषा मंत्री कपिल मिश्रा की भी प्रसन्नता की, जो ऐसे उत्सवों के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्पट कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में तो ‘अलग तरह’ के ही आयोजन होते रहे हैं, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि दूसरे राज्यों की संस्कृति से जुड़े पर्व यहां आयोजित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री के अनुसार वह अभिभूत भी हैं और हैरान भी कि पहली बार इस तरह के उत्सव युवाओं के बीच दिलचस्पी व चर्चा का विषय बने हुए हैं। यह केंद्र व दिल्ली सरकार का महती प्रयास है कि दिल्ली में पढा़ई कर रहा देशभर का युवा दिल से ऐसे उत्सवों में जुड़ रहा है।

बथुकम्मा पर्व ने मुख्यमंत्री का मन मोह लिया
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को रामजस कॉलेज में आयोजित तेलंगाना राज्य के प्रसिद्ध बथुकम्मा के बारे में भी बताया और कहा कि श्रद्धा, आत्मीयता व उमंग से भरा यह पर्व पहली बार आयोजित हो रहा है। मुख्यमंत्री के अनुसार दिल्ली में पढ़ने और भविष्य बनाने आए हजारों युवाओं के साथ यह त्योहार मनाकर उन्हें विशेष खुशी का अनुभव हुआ। यह प्रकृति से जुड़ा पर्व जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता लाता है। उन्होंने सभी तेलंगाना के भाई-बहनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएएं दीं और कहा कि नवरात्रों की पावन बेला और बथुकम्मा का यह उत्सव मिलकर हम सभी भारतीयों के जीवन में नई दिशा लेकर आए। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन पर कहा कि आप युवा दिल्ली का हिस्सा हैं। यू आर पार्ट ऑफ आवर दिल्ली। यह दिल्ली, यह शहर आप सबका अपना है और यहां इस मंच से बोल रही दिल्ली की मुख्यमंत्री आपकी अपनी दीदी है। आप ऐसे आयोजन करते रहिए, वह मन से ऐसे पर्वों में आती रहेंगी।

विकास के साथ संस्कृति की राजधानी बन रही दिल्ली
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि अभी पिछले दिनों ही उन्होंने ओणम पर्व में भी भागीदारी की। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में ऐसे अन्य पर्व भी आयोजित किए जाएंगे। उन्हें पूरी उम्मीद है कि ऐसे पर्वों में वह तो भागीदारी करेंगी ही साथ ही पूरी दिल्ली, विशेषकर युवा भी आएंगे और भारतीय संस्कृति की पहचान को और मजबूत करेंगे। मुख्यमंत्री के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण और उसके वैश्विक प्रचार-प्रसार का नया युग प्रारंभ हो चुका है। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना के साथ केंद्र सरकार देश के विविध राज्यों की परंपराओं, लोक उत्सवों और धार्मिक पर्वों को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रही है।

प्रधानमंत्री का मानना है कि भारत की आत्मा उसकी संस्कृति में बसती है और जब तक संस्कृति सशक्त नहीं होगी, तब तक राष्ट्र सशक्त नहीं बन सकता। मुख्यमंत्री के अनुसार इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए हमारी सरकार राजधानी में नवरात्र, दुर्गा पूजा, गरबा, ओणम और तेलंगाना के प्रसिद्ध बथुकम्मा जैसे पर्वों में सक्रिय भागीदारी की है। उनका कहना है कि दिल्ली आज विकास के साथ-साथ संस्कृति की भी राजधानी बन रही है। युवाओं की बढ़ती भागीदारी यह दर्शाती है कि नई पीढ़ी भारतीय परंपराओं को सम्मान दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार मिलकर दिल्ली को न केवल विकसित बल्कि सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और आत्म-गौरव से परिपूर्ण बना रहे हैं। भारतीय संस्कति के उत्थान का यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा।








