सोशल संवाद/डेस्क: Pawan Singh और ज्योति सिंह के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। बुधवार को पवन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, चुनाव पास है तो अब ज्योति को मेरी याद आ रही है। वो विधायक बनना चाहती है, इसलिए मेरे पास आ रही है।

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इधर, ज्योति सिंह ने Pawan Singh को जबाव देते हुए फेसबुक पर लिखा, ‘ठीक है मान लेती हूं मैं अभी आई हूं, लेकिन आपको मुझसे जब रिश्ता नहीं रखना था तो लोकसभा चुनाव के दौरान क्यों बुलाया। दीपक भइया से बोलकर मांग में सिंदूर क्यों भरा। आपके लिए सिंदूर मजाक हो सकता है मेरे लिए नहीं हो सकता। एक औरत के लिए उसका सिंदूर उसकी ताकत होती है जो आपने काराकाट में होटल में मेरी मांग में भरा था। बोल दीजिए ये झूठ है। भगवान इंसाफ करेंगे।’
Pawan Singh बोले- फैमिली की बात कमरे में होती है, कैमरे पर नहीं
पवन सिंह और ज्योति सिंह विवाद के बाद पहली बार पवन सिंह सामने आए हैं। पवन सिंह ने कहा है कि, ‘फैमिली की जो भी बात होती है कमरे में होती है कैमरे पर नहीं। मैं ये कहना चाहता हूं ज्योति जी ये अपनापन चुनाव से 6 या 4 महीने पहले क्यों नहीं दिखा। ये चुनाव से 1 महीने पहले ही क्यों दिखा। विधायक बनने के लिए आप कितना गिर सकती हो ‘ एक्टर ने कहा कि, मुझे गाड़ी में फोन आया कि घर पर ऐसे-ऐसे हो गया है। मैंने ज्योति का ड्रामा लाइव भी देखा।
मैंने धनंजय से कहा कि देख लेना मैडम को कोई दिक्कत ना हो। मैं रातभर गाड़ी में सोता रहा। मैडम जब जाने लगीं तो धनंजय उन्हें छोड़ने गए। पवन सिंह ने कहा कि, ‘ज्योति जी के पिता जी रामबाबू लखनऊ आए। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी बेटी को विधायक बना दो उसके बाद छोड़ना है तो छोड़ देना। मैंने उन्हें मना कर दिया। मैंने कहा मैं ये नहीं कर सकता हूं।








