सोशल संवाद / डेस्क :पिछला हफ्ता शेयर बाजार के लिए काफी दमदार रहा। सेंसेक्स ने पहली बार 66,000 का आंकड़ा छुआ है। अगले हफ्ते बाजार का रूख क्या रहेगा? इस बारे में ज्यादातर एक्सपर्ट्स का कहना है कि मार्केट में कंसॉलिडेशन नजर आ सकता है। नतीजों का सीजन है। लिहाजा कंपनी के नतीजों का असर उन कंपनियों के शेयरों पर असर डाल सकता है। ग्लोबल और डोमेस्टिक मार्केट से मिलने वाले संकेतों, विदेशी और डोमेस्टिक निवेशकों के रूख, मानसून की चाल और क्रूड प्राइस आने वाले हफ्ते में शेयर बाजार का मिजाज तय करेंगे। जानिए बाजार को प्रभावित करने वाले क्या हैं अहम वजहें?
पहली तिमाही के नतीजे
आने वाले हफ्तों में कई कंपनियों के नतीजे आने वाले हैं। इसका असर शेयर बाजार पर भी होगा। 17 जुलाई से शुरू होने वाले हफ्तों में जिन बड़ी कंपनियों के नतीजे आने वाले हैं। उनमें क्रिसिल, LTI Mindtree, HDFC Bank, टाटा एलेक्सी, इंडसइंड बैंक, ICICI Pru, टाटा कम्युनिकेशंस, कैनफिन होम्स, HUL, इंफोसिस और एम्फैसिस शामिल हैं।
भारत की खुदरा महंगाई दर जून में 4.81 फीसदी रही। पिछले 5 महीनों में पहली बार महंगाई दर में इजाफा हुआ है। इससे पहले मई में खुदरा महंगाई दर 4.25 फीसदी रहा जो पिछले 25 महीनों में सबसे कम था। जून में रिटेल महंगाई बढ़ने की सबसे अहम वजह रही खाने-पीने की चीजों के दाम में तेजी। जुलाई में भी हालात ऐसे ही बने रहेंगे। महंगाई पर काबू पाने के लिए RBI सख्त कदम उठा सकता है ताकि इनफ्लेशन को 4 फीसदी के आसपास रखा जा सके।
क्रूड प्राइस का क्या होगा असर
14 जुलाई शुक्रवार को ऑयल प्राइस की कीमतों में 1 डॉलर से ज्यादा गिरावट आ गई। जिसके बाद ऑयल ट्रेडर्स ने प्रॉफिट बुक कर लिया। लगातार तीसरे दिन क्रूड के भाव में तेजी बनी हुई है।वैसे आने वाले हफ्ते में क्रूड की रैली जारी रह सकती है। यूएस बैंक वेल्थ मैनेजमेंट के सीनियर इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट रॉब हॉवर्थ ने कहा, महंगाई घटने, यूएस स्ट्रैटेजिक रिजर्व भरने के प्लान, सप्लाई कट और डिसरप्शन के कारण क्रूड बाजार में रैली बनी रहेगी