सोशल संवाद / नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरेंडर करने की प्रवृत्ति की पोल खोलते हुए कांग्रेस ने आज अडानी और चीन के सामने उनके आत्मसमर्पण को लेकर निशाना साधा। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में पत्रकार वार्ता करते हुए कांग्रेस नेता डॉ. अजय कुमार ने कहा कि मोदी ने न केवल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने, बल्कि अपने पूंजीपति मित्र गौतम अडानी और चीन के सामने भी घुटने टेक दिए हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का पूरा सरकारी तंत्र यह सुनिश्चित करता है कि अडानी का व्यवसाय बढ़ता रहे, यहां तक कि विदेशों में भी उनके हितों को अधिक प्रमुखता दी जा रही है।
डॉ. अजय कुमार ने केन्या सरकार का उदाहरण दिया, जिसने अमेरिकी अभियोग के बाद अडानी समूह के साथ प्रस्तावित सौदे रद्द कर दिए थे। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि अंतर्राष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं से इसके बारे में पता चला, भारतीय मीडिया ने इसकी बात नहीं की। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका अडानी ग्रुप द्वारा ईरान से एलपीजी आयात करवाने की जांच कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक इंसान को बचाने के लिए मोदी सरकार ने पूरे देश को दांव पर लगा दिया है। अगर अमेरिका और यूरोपियन यूनियन ने भारत पर प्रतिबंध लगा दिए, तो यहां की कंपनियां बंद हो जाएंगी। उन्होंने पूछा कि क्या नरेंद्र मोदी के लिए एक आदमी इस देश के भविष्य से बड़ा हो गया है?

डॉ. अजय कुमार ने भारत सरकार द्वारा हवाई अड्डों के प्रबंधन के लिए निकाले गए टेंडर का उल्लेख किया, जिसमें लिखा था कि एयरपोर्ट संचालन का कोई पूर्व अनुभव आवश्यक नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा सिर्फ एक आदमी को टेंडर देने के लिए किया गया। अहमदाबाद, मंगलुरु, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम के एयरपोर्ट अडानी को सौंप दिए गए।
चीन के सामने प्रधानमंत्री मोदी के सरेंडर का उल्लेख करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी चीन को ‘लाल आंख’ दिखाने के बजाय उसे ‘लाल सलाम’ देने की नीति अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हालिया संघर्ष में चीन द्वारा हथियारों और मिसाइलों के जरिए पाकिस्तान को की गई मदद का कभी उल्लेख नहीं किया। साथ ही उन्होंने ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बनाने की चीन की योजना पर चिंता व्यक्त की, जिससे उत्तर-पूर्व की स्थिति पर गंभीर प्रभाव पड़ने की आशंका है। कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि आखिर नरेंद्र मोदी ने अडानी और चीन के सामने सरेंडर क्यों कर दिया है और देश के हितों को खतरे में क्यों डाल दिया है?
