सोशल संवाद / नई दिल्ली : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन हाल ही में दो दिवसीय भारत दौरे पर आए और उनका स्वागत भारतीय अंदाज में किया गया। शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में पुतिन के लिए विशेष डिनर और म्यूजिक प्रोग्राम का आयोजन किया, जिसमें भारत और रूस के संगीत एवं सांस्कृतिक रंगों को खूबसूरती के साथ पेश किया गया।
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इस डिनर और म्यूजिकल प्रोग्राम की सबसे बड़ी खासियत रही बॉलीवुड का लोकप्रिय देशभक्ति गीत ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’। जैसे ही यह गाना बजा, महफिल का माहौल देशभक्ति और भारतीय संस्कृति के जज्बे से भर गया। यह गाना डिनर पार्टी का मुख्य आकर्षण बन गया और पुतिन के स्वागत को और भी यादगार बना दिया।
‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’ गीत की विशेषता यह है कि इसमें भारतीय पहचान और देशभक्ति की झलक साफ़ झलकती है। इस गाने को उदित नारायण ने आवाज़ दी थी, जबकि इसके लिरिक्स जावेद अख्तर ने लिखे और म्यूजिक जतिन-ललित ने दिया था। यह गीत 2000 में रिलीज़ हुई फिल्म फिर भी दिल है हिंदुस्तानी का टाइटल ट्रैक था। फिल्म में शाहरुख खान और जूही चावला मुख्य भूमिकाओं में थे। भले ही फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर बहुत बड़ी कामयाबी न पाई हो, लेकिन इसका गीत आज भी लोगों के दिलों में उतना ही प्रिय है।
डिनर प्रोग्राम में पुतिन के लिए विभिन्न व्यंजन परोसे गए और सांस्कृतिक कार्यक्रम में फ्यूजन म्यूजिक का भी आयोजन हुआ, जिसने महफिल में चार-चांद लगा दिए। इस दौरान भारतीय और रूसी संगीत का मिश्रण दोनों देशों के रिश्तों की गर्मजोशी और मैत्री का प्रतीक बना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन के बीच इस दौरे में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग, आर्थिक साझेदारी और रणनीतिक क्षेत्रों में भारत-रूस के संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। इसके अलावा, रक्षा, ऊर्जा और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाने की दिशा में कदम उठाने पर भी विचार-विमर्श हुआ।
भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक और गहरे संबंधों को ध्यान में रखते हुए यह दौरा दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाने का अवसर साबित हुआ। डिनर और म्यूजिकल प्रोग्राम के दौरान ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’ का चयन सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं था, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और देशभक्ति की पहचान का प्रतीक भी था। गाने की मिठास और देशभक्ति ने पुतिन सहित सभी मेहमानों का मन मोह लिया।
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी और प्रतिष्ठित मेहमान भी मौजूद थे। यह आयोजन दोनों देशों के बीच दोस्ताना रिश्तों को और मजबूती देने की दिशा में एक प्रतीकात्मक कदम माना गया। गाने के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विविधता, संगीत की मिठास और देशभक्ति का संदेश पुतिन तक पहुँचा।
शुक्रवार की रात पुतिन के लिए खास रही। इस डिनर और संगीत महफिल ने न केवल पुतिन को खुश किया, बल्कि भारत की मेहमाननवाजी और सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के अंत में पुतिन रूस के लिए रवाना हुए, लेकिन इस बॉलीवुड स्टाइल स्वागत और देशभक्ति गीत ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’ की झलक उनके दौरे की यादगार और ऐतिहासिक स्मृति के रूप में लंबे समय तक याद रहेगी।
इस प्रकार पुतिन का भारत दौरा सिर्फ राजनैतिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और भावनात्मक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रहा। यह दौरा भारत और रूस के बीच स्थायी मित्रता और सहयोग का प्रतीक बना और भारतीय संस्कृति की अनूठी छवि को विश्व स्तर पर पेश किया।








