सोशल संवाद / डेस्क- सिंहभूम चैम्बर ने देश के वरिष्ठ नागरिकों को पूर्व की भांति रेल टिकट आरक्षण में रियायत देने की परंपरा को पुनः लागू किये जाने को लेकर देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का ध्यानाकृष्ट कराया है। यह जानकारी अध्यक्ष विजय आनंद मूनका एवं मानद महासचिव मानव केडिया ने संयुक्त रूप से दी।
अध्यक्ष ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को कोरोना काल के पहले तक यात्रा हेतु टिकट आरक्षण करवाने पर रेलवे द्वारा रियायत प्रदान किया जाता था लेकिन कोरोना काल में इसे बंद कर दिया गया और अबतक बंद है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को बिना रियायत के टिकट आरक्षण कराने में पहले के वनिस्पत अधिक व्यय करना पड़ रहा है। जो नौकरीपेशा लोग अपने काम से रिटायर हो चुके होते हैं और व्यवसायी वर्ग अपने व्यवसाय से विरमित हो चुके होते हैं उनकी आमदनी में कटौती हो चुकी होती है। इसलिये रेल मंत्रालय ने देश के वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट में रियायत उपलब्ध करवाया था जो अति आवश्यक भी है। वरिष्ठ नागरिकों को टिकट आरक्षण में रियायत देने की यह पंरपरा भारतीय रेलवे द्वारा कई वर्ष पूर्व से शुरू की गई थी लेकिन इसके बंद हो जाने से वरिष्ठ नागरिक अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार ने सभी वर्ग के लिये काफी कार्य किये हैं इसलिये अगर रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को फिर से टिकट आरक्षण में रियायत की सुविधा प्रदान की जाती है तो वरिष्ठ नागरिकों के मन में केन्द्र सरकार के प्रति सम्मान की भावना और भी बढ़ेगी। इसलिये रेल मंत्रालय द्वारा इस पंरपरा को फिर से लागू करते हुये वरिष्ठ नागरिकों को रियायती दर पर टिकट उपलब्ध कराकर उन्हें सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।
अध्यक्ष ने जानकारी दी कि सिंहभूम चैम्बर ने पत्र की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री कार्यालय को भी प्रेषित किया है।
चैम्बर के सभी पदाधिकारियों उपाध्यक्ष मुकेश मित्तल, दिलीप गोलेच्छा, नितेश धूत, महेश सोंथालिया, सचिव भरत मकानी, अनिल मोदी, पीयूष चौधरी, सांवरमल शर्मा एवं कोषाध्यक्ष किशोर गोलछा ने भी उम्मीद जताई है कि चैम्बर की इस मांग पर रेल मंत्रालय के द्वारा जनहित में जल्द से जल्द उचित निर्णय लिया जायेगा।