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महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान पर भगदड़, कम से कम 12 लोगों की मौत की आशंका

By Tamishree Mukherjee

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महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान पर भगदड़

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सोशल संवाद / डेस्क : महाकुंभ में संगमस्थली पर देर रात भगदड़  मच गई.हादसे में अब तक 20 से ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर है. 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं. कहा जा रहा है कि संगम नोज पर अफवाह के चलते भगदड़ हुई. इस हादसे के बाद सभी 13 अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है. पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है.

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वहीं, अब अखाड़ों का अमृत स्नान बसंत पंचमी को होगा. मेला प्रशासन ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी से फिलहाल अखाड़ों के अमृत स्नान को रोकने की अपील की थी, जिसके बाद अमृत स्नान को रद्द कर दिया गया. रवींद्र पुरी ने कहा कि हमने पूरे विश्व में अपील की थी कि सभी आएं और इस महाकुंभ के साक्षी बने. सभी ने हमारी अपील मानी थी.  हम जनहित में कार्य करते हैं. हम सबकी सुरक्षा के लिए कार्य करते हैं. आज का जो स्नान है ऐसा प्रतीत हो रहा है कि हमें टाल देना पड़ेगा और अगला स्नान जो हमारा बसंत पंचमी का आने वाला है, उसी में हिस्सा ले सकेंगे. आज के लिए हमारी पूरी तैयारी थी लेकिन हमारा आज का स्नान. किस्मत को मंजूर नहीं था. मैं सबसे अपील करता हूं कि आप प्रयागराज में जहां हैं वहीं रहें.  आज का दिन हमारे लिए बहुत ही कष्ट और दुख का है.

भगदड़ की 2 प्रमुख वजहें

  • अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे. इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई. जिससे बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देखकर भगदड़ की अफवाह फैल गई.
  • संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे. लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे. ऐसे में जब भगदड़ मची तो लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए.

हादसे के बाद 70 से ज्यादा एम्बुलेंस संगम तट पर पहुंचीं. इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई. भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज से सटे जिलों में श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है. वहां प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है. इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है. इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं.

इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम योगी से बात कर हालात का जायजा लिया. उन्होंने केंद्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सीएम योगी से फोन पर बात की और केंद्र सरकार की ओर से सभी स्वास्थ्य सेवाओं की मदद का आश्वासन दिया. योगी आदित्यनाथ ने नड्डा को बताया कि प्रशासन ने हालात पर काबू कर लिया है.

इसके अलावा महाकुंभ मेला के SSP राजेश द्विवेदी ने कहा, “कोई भगदड़ नहीं हुई, अत्यधिक भीड़भाड़ थी जिसके कारण कुछ श्रद्धालु घायल हो गए. किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. मेरी श्रद्धालुओं से अपील है कि जो घाट उनके लिए खुले हैं, वहां आराम से स्नान करें. अमृत स्नान जल्द ही शुरू होने वाला है और यह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होगा.कई घाट विकसित किए गए हैं और लोग सुगमता से वहां स्नान कर रहे हैं.”

उधर, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि वीआईपी कल्चर और सरकार की बदइंतजामी के कारण भगदड़ मची है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा-महाकुंभ को सेना के हवाले कर देना चाहिए.

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