सोशल संवाद / चांडिल (सरायकेला-खरसावां): टाटा स्टील फाउंडेशन ने झारखंड सरकार के सहयोग से राज्य में अपने तीसरे औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) आईटीआई चांडिल के उद्घाटन की घोषणा की है। यह संस्थान पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत संचालित होगा।
यह भी पढ़े : श्रीवारी सेवा दल ने एबीएस राम मंदिर, बिष्टुपुर में श्रीचक्र अभिषेकम का आयोजन किया
यह टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा स्थापित चौथा आईटीआई है, जो क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने और सामाजिक-आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने की उसकी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है। इससे पहले, टाटा स्टील फाउंडेशन ने झारखंड में दो मॉडल आईटीआई की स्थापना की थी: आईटीआई तमाड़ (2012) और आईटीआई जगन्नाथपुर (2017)। दोनों संस्थानों ने व्यावसायिक प्रशिक्षण के क्षेत्र में मानक स्थापित किए हैं और निरंतर भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित कंपनियों में छात्रों की प्लेसमेंट सुनिश्चित की है।
इस सफलता को ध्यान में रखते हुए, झारखंड सरकार ने टाटा स्टील फाउंडेशन को पीपीपी मॉडल के तहत आईटीआई चांडिल के संचालन की ज़िम्मेदारी सौंपी है। हालाँकि, इस परियोजना के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) 2022 में हस्ताक्षरित हुआ था, लेकिन राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (NCVT) से संबद्धता लंबित रहने के कारण संचालन में देरी हुई, जिसे 2024 में सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया गया।
उद्घाटन समारोह में इचागढ़ की विधायक श्रीमती सविता महतो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। इसके अलावा, टाटा स्टील फाउंडेशन के डायरेक्टर चाणक्य चौधरी और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर सौरव रॉय भी समारोह में मौजूद थे, जिन्होंने इस ऐतिहासिक अवसर की शोभा बढ़ाई।
नव उद्घाटित आईटीआई चांडिल में निम्नलिखित ट्रेडों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा:
– फिटर
– वेल्डर
– एडवांस्ड सीएनसी
– टूल एंड डाई मेकर
– मशीनिस्ट
– मैकेनिक ई-व्हीकल
इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों को उभरते औद्योगिक और विनिर्माण क्षेत्रों में आवश्यक तकनीकी कौशल से लैस करना है। आईटीआई चांडिल की प्रारंभिक वार्षिक क्षमता 152 छात्रों की है, जिसे भविष्य में बढ़ाकर लगभग 250 तक करने की योजना है। लंबे अवधि के पाठ्यक्रमों के अलावा, संस्थान उद्योग की मांग के आधार पर संक्षिप्त अवधि के क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी प्रदान करेगा।
आईटीआई चांडिल झारखंड के युवाओं की रोजगार संभावनाओं को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार है, खासकर इलेक्ट्रिक वाहनों और सीएनसी आधारित विनिर्माण जैसे उभरते क्षेत्रों में। इसके अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और व्यावहारिक, अनुभवात्मक प्रशिक्षण को नवीनतम तकनीकी प्रगति और उद्योग मानकों के अनुसार तैयार किया गया है।
आईटीआई चांडिल की स्थापना का उद्देश्य स्थानीय समुदाय की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना है, और इसके लिए रोजगार योग्य कौशल प्रदान करना है। यह संस्थान न केवल बढ़ती मांग के अनुरूप कुशल श्रमिकों को तैयार करेगा, बल्कि उद्यमिता को प्रोत्साहित करेगा और क्षेत्र में नवाचार को भी बढ़ावा देगा। इसके साथ ही, आईटीआई चांडिल प्रमुख उद्योगों में कौशल अंतर को कम करके क्षेत्रीय आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।