सोशल संवाद/जमशेदपुर : टाटा मोटर्स की पूर्व अधिकृत टेल्को वर्कर्स यूनियन ( रजि. 98) ने 18 जनवरी 2024 को झारखंड के राज्यपाल को एक पत्र लिखकर फर्जी यूनियन द्वारा फर्जी समझौता की शिकायत की थी, उसपर टेल्को वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारी को राज्यपाल महोदय से मिलने के लिए बुलाया गया,जिस पर टेल्को वर्कर यूनियन के महामंत्री प्रकाश कुमार, उपाध्यक्ष आकाश दुबे एवं सदस्य हर्षवर्धन ने राज्यपाल से मिलकर 25 जनवरी को फर्जी यूनियन द्वारा टाटा मोटर्स के अस्थाई श्रमिकों का स्थाईकरण के लिए एक फर्जी समझौता हुआ जिसमें लगभग 1500 करोड़ से ज्यादा बैक वेजेस मार दिया गया।
जबकि बॉम्बे हाई कोर्ट का आदेश बैक वेजेस देने का था और यदि समान रूप का आदेश झारखंड में भी है,तो श्रम विभाग के भ्रष्ट पदाधिकारी और फर्जी यूनियन ने घाल मेल कर अस्थाई श्रमिकों को JO ग्रेड में फर्जी तरीके से किस्त स्थाईकरण का समझौता किया जिससे मजदूरों का काफी बड़ा नुकसान हो गया। इस फर्जी प्रक्रिया को किन लोगों ने अपने अधिकार बाहर जाकर श्रमिकों के हक मारने का प्रयास किया गया। इसकी पूरी जानकारी राज्यपाल महोदय को 45 मिनट के वार्ता में बताया गया, जिस पर राज्यपाल महोदय ने कार्रवाई करने का आदेश और आश्वासन दिया।