सोशल संवाद/डेस्क : थैलेसेमिया के प्रति जगरूकता एवं विद्यालय का कर्तव्य केरलापब्लिक विद्यालय कदमा के प्रांगण में थैलेसेमिया जागरूकता के तहत्. एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दीप प्रज्ज्वलित कर इस पावन कार्यक्रम की शुरूआत की गई। जिसमें विद्यालय के निदेशक श्री शरत्चन्द्रन, शैक्षणिक निदेशिका श्रीमती लक्ष्मी , प्रिंसिपल शर्मिला मुखर्जी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
प्रार्थना चहु दिशाओं को आलोकित करती है, जिसके माध्यम से इस कार्यक्रम कोआगे बढाया गया। तत्पश्चात्नृत्य प्रदर्शित कर बच्चों ने थैलेसेमिया के कारण एवं उसके इलाज से सम्बन्धित बातों की जानकारी दी। रक्त का अभाव ही इस बीमारीका कारण है एवं रक्तदान ही इसका इलाज।
विद्यालय की प्रिंसिपल शर्मिला मुखर्जी द्वारा गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ अमित मुखर्जी, (वाइस चेयरमैन वी.बी.डी.ए), नलिनी रामामूर्ति(सेक्रेटरी, जमशेदपुर), श्री संजय चौधरी (जेनेरल मैनेजर,जमशेदपुर), रक्तदान सेंटर, सुनिल मुखर्जी(फाउंडर प्रेसिडेंट वी.बी.डी.ए) डॉ मीनाक्षी (डॉ फरहा पैथोलोजी T.M.H इत्यादि गणमान्य व्यक्तियों का परिचय दिया गया। उपरोक्त गणमान्य व्यक्तियों ने सभा कोसम्बोधित किया।
कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य व शिक्षकगण भी उपस्थित थे| सुनील मुखर्जी ने 92 बार रक्तदान कर युवा शिक्षार्थियों को इस दुखद बीमारी के प्रति जागरूक होने और इसकी रोकथाम के लिए एक परिपक्व कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। वह एक बड़े समुदाय के अभियान को आगे बढ़ाने के लिए छात्रों पर शिक्षकों के महान प्रभाव में विश्वास करते हैं।
मुख्य अतिथि, डॉ. मीनाक्षी मिश्रा, एचओडी, पैथोलॉजी, टीएमएच ने थैलेसीमिया के निदान, उचित उपचार लेने और स्वस्थ जीवन को बनाए रखने की अत्यावश्यकता पर प्रकाश डालते हुए अपने बहुमूल्य शब्दों से दर्शकों को प्रभावित किया।
अकादमिक निदेशक, लक्ष्मी आर ने समाज में बदलाव लाने के लिए एक प्रेरक संदेश दिया। उन्होंने बुनियादी जिम्मेदारी लेने पर जोर दिया जो भविष्य में हमारे समाज के लिए जरूरी है। प्रदीप घोषाल, पूर्व महासचिव, वीबीडीए ने छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों तक पहुंचने के लिए मंच प्रदान करने के लिए सम्मानित संस्थान का आभार व्यक्त किया और इस मामले पर गहन चर्चा की।