सोकिल संवाद / नई दिल्ली : कांग्रेस कार्यसमिति ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे भारतीय गणराज्य के मूल्यों पर सीधा हमला बताया है। कार्यसमिति ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और उनके साथ पूरी एकजुटता से खड़े रहने का संकल्प दोहराया।
बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की। बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी वाद्रा, जयराम रमेश सहित सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस कार्यसमिति प्रस्ताव में जोर देकर कहा गया कि यह कायराना और सुनियोजित आतंकी हमला, जिसकी साजिश पाकिस्तान द्वारा रची गई, हमारे गणराज्य के मूल्यों पर सीधा हमला है। हिंदू नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाना पूरे देश में भावनाएं भड़काने की एक सोची-समझी साज़िश थी।
कांग्रेस कार्यसमिति ने शांति बनाए रखने की अपील करते हुए सीमा-पार आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता और एकता के साथ लड़ने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को भी दोहराया। प्रस्ताव में उन स्थानीय पोनिवालों और पर्यटक गाइडों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिन्होंने भारत की विचारधारा को जीवंत रखते हुए पर्यटकों की रक्षा करते हुए शहादत दी।
गंभीर सुरक्षा और खुफिया चूक पर सवाल उठाते हुए प्रस्ताव में कहा गया कि पहलगाम एक अत्यंत सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है, जहां त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आने वाले इस केंद्र शासित प्रदेश में हुए हमले की पृष्ठभूमि में सुरक्षा तंत्र की कमियों और व्यवस्थागत चूकों की विस्तृत व निष्पक्ष जांच की जाए। इन सवालों को जनहित में उठाना जरूरी है, ताकि प्रभावित परिवारों को न्याय होता हुआ स्पष्ट रूप से नजर आ सके।
आगामी दिनों में शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पुख्ता करने की मांग करते हुए कांग्रेस कार्यसमिति ने यह भी कहा कि देशभर से लाखों श्रद्धालु इस वार्षिक यात्रा में भाग लेते हैं और उनकी सुरक्षा को राष्ट्रीय प्राथमिकता के रूप में देखा जाना चाहिए। इसके लिए ठोस, पारदर्शी और सक्रिय सुरक्षा उपाय तुरंत लागू किए जाने चाहिए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के उन लोगों की आजीविका की भी रक्षा की जानी चाहिए, जिनका जीवन पर्यटन पर निर्भर करता है।
कांग्रेस कार्यसमिति के प्रस्ताव में भाजपा द्वारा इस गंभीर त्रासदी का दुरुपयोग कर ध्रुवीकरण और अविश्वास फैलाने की कोशिशों की भी निंदा की गई। इसमें कहा गया कि इस नरसंहार की जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों और समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा सर्वसम्मति से निंदा की गई है। किंतु यह अत्यंत चौंकाने वाली बात है कि भारतीय जनता पार्टी इस गंभीर त्रासदी का दुरुपयोग अपने आधिकारिक एवं परोक्ष सोशल मीडिया मंचों के माध्यम से और अधिक वैमनस्य, अविश्वास, ध्रुवीकरण व विभाजन फैलाने के लिए कर रही है, जबकि इस समय सबसे अधिक आवश्यकता एकता और एकजुटता की है।
बाद में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश, मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा, कांग्रेस महासचिव नासिर हुसैन और जम्मू कश्मीर में कांग्रेस विधायक दल के नेता गुलाम अहमद मीर ने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के प्रति कांग्रेस के संकल्प व प्रतिबद्धता को दोहराया।
कांग्रेस द्वारा सुरक्षा चूक की जांच की मांग से जुड़े सवाल के जवाब में केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पूरा देश यह प्रश्न पूछ रहा है। उन्होंने बताया कि मृतकों की श्रद्धांजलि सभा के दौरान उनके परिजन भी यही सवाल पूछ रहे थे। केसी वेणुगोपाल ने यह भी बताया कि 25 अप्रैल को कांग्रेस द्वारा पूरे देश में राज्य और जिला स्तर पर कैंडल मार्च आयोजित किये जाएंगे, ताकि पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी जा सके और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता व्यक्त की जा सके।