सोशल संवाद/दिल्ली (रिपोर्ट- सिद्धार्थ प्रकाश ) : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि हम दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के खिलाफ दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी की हताशा को अच्छी तरह से समझ सकते हैं क्योंकि वह मुख्यमंत्री या दिल्ली सरकार के मंत्रियों के खिलाफ विभिन्न मामलों की जांच कर रहे हैं, जिनमे शराब घोटाला और सीएम बंगला घोटाला जैसे प्रमुख मामले हैं।
सीएम केजरीवाल खुद मुख्य सचिव द्वारा की जा रही जांच से डरते हैं और उन पर जांच रोकने का दबाव बनाने के लिए केजरीवाल सरकार ने भूमि मुआवजे के एक मामले में मुख्य सचिव के खिलाफ नई जांच रिपोर्ट में हेरफेर किया है जबकि उसकी पहले ही जांच चल हो चुकी है। सचदेवा ने कहा है की यह मंत्री आतिशी की बौखलाहट घबराहट थी जिसके चलते उन्होने एक जांच हो चुके मामले की पुनः जांच रिपोर्ट बनवाई और मुख्य मंत्री के निर्णय का इंतजार किये बिना उसको मीडिया को जारी किया।
सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल सरकार और “आप” नेता मुख्य सचिव, वाई.वी.वी.जे. राजशेखर, अश्वनी कुमार, आशीष कुंद्रा जैसे सरकारी अधिकारियों के खिलाफ बोलते हैं जो केजरीवाल सरकार के खिलाफ असहज जांच कर रहे हैं लेकिन ओ.पी. मिश्रा, उदित राय और ए.वी. प्रेमनाथ जैसे आरोपपत्रित अधिकारियों पर चुप रहते हैं जो उनकी सरकार की दुर्भावनापूर्ण कार्यप्रणाली को उजागर करता है।