सोशल संवाद / डेस्क : बच्चों में हृदय रोग चिंता का विषय बन चुकी है जिस पर ध्यान देना जरूरी है। बड़ों से लेकर बच्चों तक ये रोग दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है । 2019 में, 18 से 44 साल की उम्र में लगभग 0.3 प्रतिशत लोगों को हार्ट अटैक आया था, लेकिन 2023 तक यह आंकड़ा बढ़ गया 0.5 प्रतिशत हो गया बीबीसी के अनुसार ।
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किन लोगों में यह लक्षण दिखने लगे है
कुछ समय पहले तक हार्ट अटैक की समस्या मुख्य रूप से बुजुर्ग लोगों में होती थी, लेकिन अब 40 साल से कम उम्र के लोगों में भी हार्ट अटैक की समस्या होने लगी है।
एक अनुमान के मुताबिक, 20 से 30 साल की उम्र में दिल के दौरे की घटनाएं बढ़ रही हैं। online data के मुताबिक, 10 साल में करीब सवा दो लाख भारतीयों की मौत हार्ट अटैक से हुई है। हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए, स्वस्थ विचारधारा अपनाना, नियमित रूप से डॉक्टर से जांच और खतरे के खतरे को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है।
चलिए जानते हैं इससे बचे कैसे
- स्वस्थ आहार: जंक फूड से बने खाद्य पदार्थ, फल, फैक्ट्री, और साबुत अनाज से बने पदार्थ, और खाद्य पदार्थ से बने खाद्य पदार्थ।
- नियमित व्यायाम: हर दिन कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करें, जैसे कि तेज़ चलना, दौड़ना, या योग।
- तनाव प्रबंधन: तनाव को कम करने के लिए ध्यान, योग या अन्य विश्राम कक्षाओं का अभ्यास करें।
- धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें: धूम्रपान और शराब का सेवन हृदय रोग के खतरे को दर्शाता है।
- नियमित स्वास्थ्य जांच: वार्षिक स्वास्थ्य जांच करवाएं ताकि किसी भी असामान्यता का पता चल सके ।
- स्वस्थ वजन बनाए रखें: मोटापा हृदय रोग का एक प्रमुख जोखिम कारक है, स्वस्थ वजन बनाए रखने का प्रयास करें ।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हृदय रोग एक गंभीर स्थिति है, और यदि आपको कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो तत्काल चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण है।