सोशल संवाद/ डेस्क : हिन्दू धर्म में प्राचीन काल से शुभ मुहूर्त देखने की परंपरा चली आ रही है शादी विवाह का सीजन चल रहा है हिंदू धर्म में कोई भी मांगलिक काम बिना मुहूर्त देखे नहीं किया जाता है. हिंदू धर्म शास्त्रों में शुभ मुहूर्तों का विशेष महत्व माना गया है. 2025 में खरमास समाप्त होने के साथ ही एक बार फिर चारों ओर शादी की शहनाइयां सुनाई देनी लगेंगी. साल 2025 में विवाह के 76 शुभ मुहूर्त हैं.
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शादी के लिए ये है विशेष मुहूर्त
- अप्रैल महीने में 14, 16, 18, 19, 20, 21, 29 और 30 तारीख को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं.
- मई महीने में 5, 6, 8, 9, 14, 16, 17, 18, 22, 23, 27 और 28 तारीख को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त हैं.
- जून महीने में 2, 3 और 4 तारीख को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त हैं.
- नवंबर महीने में 2, 3, 8, 12, 15, 16, 22, 23 और 25 तारीख को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त हैं.
- दिसंबर महीने में 4, 5 और 6 तारीख को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं.
इन महीनों में नहीं है विवाह के शुभ मुहूर्त
साल 2025 में चार महीनों में विवाह की शहनाइयां नहीं सुनाई देंगी. जिन महीनों में विवाह नहीं होंगे, उसमें जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर का महीना शामिल है. ऐसा इसलिए क्योंकि 6 जुलाई को जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु योग निद्रा में चले जाएंगे. भगवान विष्णु 31 अक्टूबर तक योग निद्रा में रहेंगे. इस दौरान सभी तरह के मांगलिक कार्यों पर रोक रहेगी. बता दें कि हिंदू धर्म में वर्णित 16 संस्कारों में एक संस्कार विवाह भी है. विवाह के बाद व्यक्ति गृहस्थ जीवन में प्रवेश करता है.