सोशल संवाद / डेस्क : सहारा इंडिया जहा भारत की कई लोगो ने पैसा जमा किया था, कोई अपनी बेटी की शादी करवाने के लिए तो कोई अपनी धन पूंजी जमा करने के लिए ऐसे में सहारा इंडिया डूबने की खबर लोगो का दिल देहला देती है ,जबकि बिच में ये भी खबर आई थी की सहारा में जमाकर्ताओं का पैसा अब वापस नही मिलेगा सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के वास्तविक जमाकर्ताओं की शिकायतों को दूर करने के लिए मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन दायर किया था। मार्च में, सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के वास्तविक जमाकर्ताओं के बकाया के भुगतान के लिए ‘सहारा-सेबी रिफंड अकाउंट’ से 5,000 करोड़ रुपए सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटीज में ट्रांसफर किए जाएं।
तो वही हम आपको बता दे की केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह नई दिल्ली में ‘सहारा रिफंड पोर्टल’ लॉन्च कर दिया गया है पोर्टल के जरिए सहारा के उन निवेशकों के पैसे वापस दिए जाएंगे जिनके निवेश की समय सीमा पूरी हो चुकी है। निवेसक को पैसा सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज आर सुभाष रेड्डी की निगरानी मे लौटाया जाना है। साथ ही पोर्टल में यह भी जानकारी होगी कि सहारा में निवेश किए गए पैसों को कैसे वापस पाया जा सकता है। सहारा इंडिया में 10 करोड़ निवेशकों के पैसे फंसे हुए हैं। इसमें झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है।
अगर आप भी सहार इंडिया मे फसा पैसा निकालने को लेकर परेशान है, और समझ नही पा रहे है की पैसे निकले कैसे तो सबसे पहले आप
सहरा इंडिया में फसा पैसा निकालने के लिए ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
जिसके बाद सहारा इंडिया में फंसे पैसे निकाले 2023 ऑप्शन पर क्लिक करें।
फिर आप सभी के सामने एक नया पेज देखने को मिलेगा
उसमें अपने पर्सनल डिटेल्स को भरते हुए सबमिट बटन पर क्लिक करें।
फिर आप सभी को अपने दस्तावेजों को अपलोड करते हुए समिति बटन पर क्लिक करें।
जिसके बाद आप सभी के सामने आपका डिसिविंग देखने को मिल जाएगा
जिसे आप सभी डाउनलोड तथा प्रिंट या सेव करके रख सकते हैं।
वेरिफिकेशन के बाद आपकी रकम वापसी की प्रक्रिया शुरू होगी. निवेशकों के दस्तावेज सहारा समूह की समितियों द्वारा 30 दिन के भीतर वेरिफाई के बाद ऑनलाइन क्लेम दर्ज करने के 15 दिन बाद SMS के जरिए निवेशकों को सूचित कर दिया जाएगा. इसके बाद बैंक खाते में निवेश की रकम आ जाएगी. यानी इस प्रोसेस में कम से कम 45 दिन लगेंगे. इसके बाद ही निवेशकों के पैसे वापस मिलेंगे