सोशल संवाद /डेस्क : जैसे ही गर्मी बढ़ती है, शरीर में कई तरह की हलचलें भी बढ़ जाती है. तापमान बढ़ने से शरीर में खून की नलियां फैलने लगती है जिसके कारण ब्लड का फ्लो कम होने लगता है. इससे हार्ट को खून को पंप करने में ज्यादा मशक्कत करनी पड़ती है. नतीजा शरीर में ऑक्सीजन सही से पहुंच नहीं पाती. वहीं बाहर निकलने पर पसीना ज्यादा निकलने लगता है इससे आपके शरीर में सोडियम, पोटैशियम की कमी होने लगती है जिसके कारण शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स कम हो जाते हैं इलेक्ट्रोलाइट्स नसों और मसल्स को चलाने के लिए जरूरी है.
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इन सबका नतीजा यह होगा कि पहले डिहाइड्रेशन होगा और इसके बाद डायरिया सहित कई तरह की बीमारियां लग जाएंगी. WHO के आंकड़ों के मुताबिक लू के कारण 1998 से 2017 के बीच 1.66 लाख लोगों की मौत हो गई इसलिए गर्मी के इस बेरहम तपिश को कभी भी हल्के में न लें. छोटी-छोटी कई बातें हैं जिनका पालन गर्मी में जरूर करनी चाहिए यहां हम डब्ल्यूएचओ द्वारा बताए गए गाइडलाइंस के हिसाब से इस तपिश भरी गर्मी से बचने के उपाय बता रहे हैं.
सबसे पहले गर्मी के दिनों में खूब पानी पिएं. जल्दी-जल्दी पानी पिएं. लेकिन चाय-कॉफी का बिल्कुल कम सेवन करें. अल्कोहल या शराब तो हाथ तक न लगाएं. यह शरीर में पानी को सोख लेगा और बाहर जाने पर भारी मुसीबत में डाल देगा.
तेज गर्मी में हमेशा सूती और हल्के कपड़े पहनें. यदि आप बाहर निकल रहे हैं तो लूज फिटिंग वाले कपड़े पहनें. यदि बहुत तेज धूप है तो टोपी पहनें और सनग्लास लगाएं. वहीं बहुत तेज धूप में निकल रहे हैं तो सूती कपड़े को पानी में भिगा दें और उसे सिर पर लपेट लें.
गर्मी के दिनों में हल्का ठंडा पानी से रोज नहाएं. बार-बार हाथ-पैर को धोते रहें. जहां तक संभव हो घर के अंदर ही रहें. घर के वातावरण को ठंडा रखें. घर के अंदर इंडोर प्लांट गर्मी के मौसम में ज्यादा फायदेमंद है. वहीं दिन में धूप की रोशनी को घर में आने देने से बचाने के लिए पर्दे का इस्तेमाल करें.