सोशल संवाद/डेस्क/UPI Transaction: देश में UPI से रोजाना ₹90,000 से ज्यादा का लेनदेन हो रहा है। SBI की रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त में UPI ट्रांजैक्शन्स की डेली एवरेज वैल्यू 90,446 करोड़ रुपए पहुंच गई। ये आंकड़ा जनवरी 2025 में 75,743 करोड़ रुपए था। वहीं जुलाई में लेनदेन की वैल्यू 80,919 करोड़ रुपए रही। ये बढ़ोत्तरी देश की कैशलेस इकोनॉमी और डिजिटल लेन-देन में तेजी का संकेत है।

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हर दिन 67 करोड़ बार UPI से लेनदेन
UPI ट्रांजैक्शन्स का वॉल्यूम भी तेजी से बढ़ रहा है। जनवरी 2025 में रोजाना औसतन 548 मिलियन (54.8 करोड़) ट्रांजैक्शन होते थे, जो अगस्त में बढ़कर 675 मिलियन (67.5 करोड़) हो गए हैं।
महाराष्ट्र में UPI का उपयोग सबसे ज्यादा
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के राज्यवार UPI डेटा के मुताबिक UPI यूजर की संख्या में महाराष्ट्र नंबर-1 रहा है। जुलाई में महाराष्ट्र की UPI ट्रांजेक्शन में हिस्सेदारी 9.8%। कर्नाटक ने 5.5% और उत्तर प्रदेश ने 5.3% हिस्सा लिया।
भारत डिजिटल पेमेंट में दुनिया में नंबर-1
भारत ने फास्ट और सिक्योर डिजिटल पेमेंट सेक्टर में दुनिया में पहला स्थान हासिल कर लिया है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की बदौलत भारत ने डिजिटल ट्रांजैक्शन में यह मुकाम हासिल किया है।
2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा शुरू किया गया UPI आज देश में पैसे के लेन-देन का सबसे आसान और पॉपुलर तरीका बन चुका है। UPI की मदद से लोग एक ही मोबाइल एप से अपने कई बैंक अकाउंट को जोड़ सकते हैं और कुछ ही सेकेंड में सुरक्षित, कम लागत वाले लेनदेन कर सकते हैं।
NPCI के अनुसार, UPI से हर महीने 1,800 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन होते हैं। जून 2025 में UPI ने 1,839 करोड़ ट्रांजैक्शन के साथ 24.03 लाख करोड़ रुपए का कारोबार किया, जो पिछले साल जून 2024 के 1,388 करोड़ ट्रांजैक्शन की तुलना में 32% की ग्रोथ को दर्शाता है।








