सोशल संवाद/डेस्क: सनातन धर्म में एकादशी, अमावस्या तथा पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि एकादशी का व्रत समस्त पापों को नष्ट कर अखंड पुण्य देता है। यही नहीं, इस दिन को तंत्र शास्त्रों में भी अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया गया है। इस साल वरूथिनी एकादशी व्रत 24 अप्रैल 2025, गुरुवार को है। एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन मां लक्ष्मी व जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। मान्यता है कि एकादशी व्रत करने से पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति आती है। एकादशी के दिन मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए तुलसी से जुड़े कुछ उपाय भी किए जाते हैं। मान्यता है कि वरूथिनी एकादशी पर उपाय करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। जानें तुलसी से जुड़े उपाय
वैवाहिक जीवन में आयेगी खुशहाली
कई बार वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है ऐसे में इस समस्या से निदान पाने के लिए वरूथिनी एकादशी के दिन तुलसी के पास घी का दीपक जलाकर आरती करें। मंत्र व तुलसी चालीसा का पाठ करें। तुलसी माता को सोलह श्रृंगार अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है और पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है। इस उपाय से बनते हैं धन आगमन के योग
वरुथिनी एकादशी के दिन अगर भगवान विष्णु का गन्ने के रस से अभिषेक करते हैं तो इससे धन लाभ के विशेष योग बनते हैं। साथ ही भगवान विष्णु की पूजा के सामने कुछ सिक्के भी रख दें, इसके बाद सिक्कों को लाल कपड़े में बांधकर धन के स्थान जैसे तिजोरी या अलमारी में रख दें। ऐसा करने से ना केवल धन का आगमन होता है बल्कि स्थिरता भी रहती है। तुलसी के पत्ते भगवान श्री विष्णु की आराधना में अत्यधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं। वरुथिनी एकादशी के अवसर पर भगवान श्री विष्णु की पूजा में विष्णुप्रिया तुलसी के पत्तों का अर्पण करने से भगवान की कृपा शीघ्रता से प्राप्त होती है। यह विश्वास किया जाता है कि पूजा में तुलसी के पत्तों का उपयोग करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में समृद्धि तथा सुख का निवास होता है। यह उपाय विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए लाभकारी होता है जो मानसिक शांति और समृद्धि की कामना रखते हैं।