सोशल संवाद/ डेस्क: जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने घाटशिला और बहरागोड़ा के बीच एम्स (AIIMS) अस्पताल की स्थापना की मांग रखी है। उनका कहना है कि यह मांग केवल झारखंड ही नहीं, बल्कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं को ध्यान में रखकर की गई है। संसद सत्र में विद्युत वरण महतो ने यह मांग उठायी।
संसदीय क्षेत्र जमशेदपुर, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल की सीमा से सटा हुआ है। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में आदिवासी और अनुसूचित जाति के लोग निवास करते हैं, जिनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। यहाँ के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की सख्त जरूरत है, लेकिन सुविधाएँ अत्यंत सीमित हैं।
झारखंड में फिलहाल देवघर में एकमात्र एम्स अस्पताल है, जो जमशेदपुर से लगभग 350 किलोमीटर दूर स्थित है। इस दूरी के कारण यहाँ के लोगों को समय पर और सुलभ इलाज मिलना बेहद कठिन हो जाता है। इलाज के लिए लंबी यात्रा करना न केवल आर्थिक बोझ डालता है, बल्कि शारीरिक रूप से भी अत्यधिक थकावट और जोखिमपूर्ण होता है।
सांसद ने कहा कि परिस्थितियों को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य मंत्री से घाटशिला और बहरागोड़ा के बीच एम्स की स्थापना का अनुरोध किया है। इस संस्थान से न केवल झारखंड, बल्कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों के नागरिकों को भी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध हो सकेंगी। खासकर आदिवासी और पिछड़े समुदाय के लिए यह एक जीवनदायिनी प्रयास सिद्ध होगा, जिससे उनके जीवन स्तर में निश्चित ही सुधार आएगा।








