सोशल संवाद/डेस्क : राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल 2024 पेश हो गया है। इस पर पक्ष और विपक्ष के बीच चर्चा की जा रही है। इस बीच राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर को उनपर लगाए आरोपों को साबित करने या पद से इस्तीफा देने की चुनौती दी। खड़गे ने कहा कि अनुराग ठाकुर के आरोपों से उनकी छवि को नुकसान हुआ है। अगर उनके आरोपों में सच्चाई है तो वह सबूत पेश करें, या फिर सांसद का पद छोड़ें।
उन्होंने आगे कहा- अगर अनुराग ठाकुर उनके या उनके परिवार के किसी भी सदस्य के वक्फ बोर्ड की 1 इंच भी जमीन पर कब्जे को साबित कर देते हैं, मैं अपने पद (राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष) से इस्तीफा दे दूंगा।
दरअसल, अनुराग ठाकुर ने बुधवार को वक्फ संशोधन बिल पर बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने खड़गे पर घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा- कर्नाटक में जो घोटाले हुए उसमें इनके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम भी आता है।
जैसे ही अनुराग ठाकुर ने खड़गे का नाम लिया सदन में हंगामा शुरू हो गया। हालांकि, हंगामा बढ़ने पर अनुराग ठाकुर ने खड़गे का नाम वापस ले लिया। सदन के रिकॉर्ड से भी इस बयान को हटा दिया गया था।
12 घंटे की चर्चा के बाद कल लोकसभा से बिल पास
इससे पहले लोकसभा में बुधवार को 12 घंटे की चर्चा के बाद वक्फ संशोधन बिल पास हो गया। रात 2 बजे हुई वोटिंग में 520 सांसदों ने भाग लिया। 288 ने पक्ष में और 232 ने विपक्ष में वोट डाले। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे उम्मीद (यूनीफाइड वक्फ मैनेजमेंट इम्पावरमेंट, एफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट) नाम दिया है। आज यह बिल राज्यसभा में पेश होगा।
चर्चा के दौरान AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिल फाड़ दिया। उन्होंने कहा- इस बिल का मकसद मुसलमानों को जलील करना है। मैं गांधी की तरह वक्फ बिल को फाड़ता हूं। बिल पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- वक्फ में गैर इस्लामिक नहीं आएगा। ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। वोट बैंक के लिए माइनॉरिटीज को डराया जा रहा है।
सोनिया बोलीं- बिल जबरन किया गया पारित
सोनिया गांधी ने गुरुवार को कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी (CPP) की बैठक में कहा कि केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में जबरन पारित करवाया है। यह विधेयक संविधान पर एक हमला है। यह हमारे समाज को स्थायी रूप से तोड़ने की भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है।
सोनिया ने कांग्रेस सांसदों से कहा- मोदी सरकार देश को रसातल में ले जा रही है। वह संविधान को ध्वस्त करना चाहते हैं। संविधान केवल कागजों पर रह जाएगा। वन नेशन-वन इलेक्शन बिल भी संविधान का एक और उल्लंघन है। हम इसका विरोध करेंगे। कांग्रेस सांसद मोदी सरकार की भारत को निगरानी राज्य में बदलने की मंशा को उजागर करें।