घर बनाते समय अक्सर आपके मन  में  सवाल आता है कि पूजा घर कहां बनाया जाए? क्योंकि पूजा घर काफी पवित्र स्थान माना जाता है और उसमें अगर थोड़ी सी भी चुक हुई तो पूरे घर वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है.

बता दे की घर पर पूजा स्थल भूल कर भी साउथ वेस्ट डायरेक्शन में नहीं होना चाहिए. ऐसा होने से घर के सारे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. पूजा स्थल हमेशा नॉर्थ ईस्ट डायरेक्शन में ही होना चाहिए.

दरअसल साउथवेस्ट डायरेक्शन को पृतों का घर भी कहा जाता है. इसीलिए वह दिशा नकारात्मकता ऊर्जा का प्रतीक है.

अगर वहां पर पूजा स्थल बनाते है तो घर के सारे लोगों पर स्वास्थ्य संबंधी, धन हानि और मानसिक बेचैनी जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है. इसके साथ ही घर पर हमेशा कलह जैसा माहौल बना रहेगा.

वहीं अगर आप सही दिशा में पूजा स्थल बनाते हैं तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता और घर में सुख शांति बनी रहती है.