कई बार अच्छी तरह से लंच या डिनर करने के बावजूद हमें कुछ खास खाने की इच्छा रहती है
आमतौर पर लोगों को मिठाई केक चॉकलेट या चटपटा खाने की क्रेविंग होती है।
जो अक्सर भूख नहीं बल्कि स्वाद से जुड़ी होती है।
यह सब दिमाग का खेल होता है तो आइए जानें कि इसे कैसे कंट्रोल किया जा सकता है।
कभी-कभी आसपास के लोगों की वजह से भी आप अनावश्यक क्रेविंग करने लगते हैं
अगर आप रात में अच्छे से नहीं सोते हैं तो आपके हंगर हार्मोन घ्रेलिन 28% तक ऊपर चले जाते हैं
किसी भी तरह के पोषक तत्व की कमी से भी क्रेविंग होने लगती है।
प्रोटीन और फाइबर की कमी पूरी होते ही क्रेविंग में बहुत तेज़ी से कमी पाई गई है।